‘बिहार DNA से तेलंगाना का DNA बेहतर.. ‘ कांग्रेस के भावी मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ऐसा क्यों बोल गए, जानिए..

तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी होंगे. वहीं शपथ ग्रहण से पहले ही तेलंगाना के भावी मुख्यमंत्री ने बिहार के डीएनए से तेलंगाना के डीएनए को बेहतर बताया. रेवंत रेड्डी केसीआर पर निशाना साध रहे थे.

By ThakurShaktilochan Sandilya | December 6, 2023 1:12 PM
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कांग्रेस ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान का विधानसभा चुनाव हारा तो वहीं छत्तीसगढ़ में सत्ता पर कब्जा किया है. तेलंगाना में कांग्रेस के लिए मुख्यमंत्री के तौर पर रेवंत रेड्डी के नाम पर मुहर लग गयी है. रेवंत रेड्डी को ही कांग्रेस की इस जीत का नायक बताया जा रहा है. वहीं कांग्रेस ने जब तेलंगाना में जब इस बार 64 सीटों पर जीत दर्ज करके बहुमत का आंकड़ा पार किया और बीआरएस को सत्ता से बाहर किया है. तेलंगाना के भावी सीएम रेवंत रेड्डी शपथ ग्रहण करने के पहले ही अपने एक विवादित बयान से घिर गए हैं. रेवंत रेड्डी ने एक कार्यक्रम के दौरान बिहार के डीएनए की तुलना तेलंगाना के डीएनए से कर दी और तेलंगाना के डीएनए को बेहतर बताया. पूर्व सीएम केसीआर पर निशाना साधते हुए उन्होंने उनका बिहार कनेक्शन बताया और ये सब बोल गए.

KCR पर निशाना साधते हुए बिहार के डीएनए पर बोले..

बिहार डीएनए पर तेलंगाना के भावी मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी के बोल बिगड़ गए. इंडिया टुडे के एक कार्यक्रम में रेवंत रेड्डी बोल रहे थे. उनके निशाने पर पूर्व सीएम केसीआर थे. उन्होंने कहा कि मेरा डीएनए तेलंगाना का है जबकि केसीआर का डीएनए बिहार का है. वो कुर्मी हैं. वो बिहार के कुर्मी जाति से ताल्लुक रखते हैं. जो पलायन करके आंध्रप्रदेश के विजयनगर आए और फिर यहां निजाम के साथ उन्होंने काम किया. इसी क्रम में रेवंत रेड्डी ने कह डाला कि बिहार डीएनए से तेलंगाना डीएनए बेहतर है. आप मेरे 10 पीढ़ियों को ढूंढिए. हम तेलंगाना के ही हैं.

पीएम मोदी के डीएनए वाले बयान पर मचा था घमासान

गौरतलब है कि बिहार के डीएनए से जुड़ा बयान पहले भी बड़ा सियासी मुद्दा बन चुका है. जब जदयू ने पहली बार भाजपा से नाता तोड़ा था और एनडीए से नीतीश कुमार की पार्टी अलग हो गयी थी तो बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में राजद और जदयू व कांग्रेस एकसाथ थी. वहीं भाजपा के लिए रैली करने जब पीएम मोदी मुजफ्फरपुर पहुंचे थे तो उन्होंने नीतीश कुमार के राजनीति निष्ठा में बदलाव का जिक्र करके कहा था कि मुझे लगता है कि नीतीश कुमार के डीएनए में कुछ समस्या है. इस बयान को महागठबंधन ने बड़ा मुद्दा बनाया था और बिहार की प्रतिष्ठा से जोड़ दिया था. जदयू की ओर से जोर-शोर से इसका विरोध हुआ था. नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर नाराजगी जतायी थी और इसे बिहार का अपमान बताया था. लाखों लोगों के डीएनए सैंपल बिहार से भेजे गए थे. वहीं एकबार फिर से अब बिहार के डीएनए से जुड़ा बयान सामने आया है और इसबार कांग्रेस के भावी तेलंगाना मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने इसका जिक्र किया है. जिसके बाद अब इस बयान के भी तूल पकड़ने की आशंका जतायी जा रही है.

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