पटना. कोरोना वायरस से पूरा देश जूझ रहा है. कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिये बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी से वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए मदद मांगी है. सीएम नीतीश कुमार ने पांच लाख पीपीटी किट की मांग की थी जबकि मात्र चार हजार किट ही बिहार को मिली हैं. वहीं, सीएम नीतीश कुमार ने पीएम से तत्काल 100 वेंटिलेटर देने की मांग की है. CM नीतीश कुमार की केंद्र सरकार से PPE पीपीई किट, मास्क, वेंटिलेटर की मांग पर कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने ट्वीट कर सवाल उठाया है. कांग्रेस नेता प्रमचंद्र मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा है कि MLA-MLC फंड के 165 करोड़ रुपये क्या हुआ. 165 करोड़ रुपये का उपयोग कब करेंगे. एक सप्ताह होने के बाद भी इसे खर्च नहीं किया जा रहा है. आखिर इस फंड में रखा गया 165 करोड़ रुपये कहां खर्च किया जाएगा.
दो दिन पहले सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि कारोना वायरस के संक्रमण को रोकथाम और मरीजों के उपचार के लिए एन- 95 मास्क, पीपीई किट का इंतजाम होना चाहिए. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को देश के सभी मुख्यमंत्रियों से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की थी. नीतीश ने कहा कि अभी तक बिहार सरकार ने पांच लाख पीपीई किट की मांग की है, जबकि बिहार को मात्र चार हजार किट मुहैया कराई गई हैं. इसी प्रकार 10 लाख एन-95 मास्क की मांग की गई, लेकिन केंद्र ने दिए मात्र 50 हजार. दस लाख सी प्लाई मास्क की मांग की गई थी और अभी तक मात्र एक लाख मिले हैं. 10, हजार आरएनए एक्सट्रैक्शन किट की मांग की गई और मिले हैं अभी तक मात्र 250. सीएम नीतीश ने कहा कि हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार हमें सौ वेंटिलेटर जल्द से जल्द उपलब्ध कराए.
केंद्र सरकार से आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने की मांग
सीएम नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार से पांच लाख पीपीटी किट की मांग की थी, लेकिन अभी तक सिर्फ चार हजार ही किट मिली है, जिस पर सीएम नीतीश कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी ने जल्द से जल्द आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने की मांग की है. बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सभी प्रदेश के मुख्यमंत्री से वीडियो कॉफ्रेंसिक के जरिए बात की. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जिस तरह काम हुआ है, इससे हमें भरोसा है कि हम जल्द इस संकट से मुक्ति पा लेंगे. अब हमारा आग्रह खासकर उपकरण की उपलब्धता को लेकर है. लेबोरेट्री टेस्ट को प्रभावी बनाने के लिए केन्द्र से अधिक टेस्टिंग किट्स की जरूरत है.