Congress President Election को लेकर बिहार कांग्रेस में बड़ी तकरार सामने आ रही है. पार्टी के नेता और कार्यकर्ता चुनाव में फर्जी वोटर लिस्ट का इस्तेमाल करने के आरोप लगाते हुए बिहार कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में के बाहर धरने पर बैठ गए. नेता जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. धरना पर बैठे कार्यकर्ताओं का कहना है कि अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में गड़बड़ी करके चुनाव प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है. सोमवार को सदागत आश्रम में कुल 597 डेलिगेट्स को मतदान करना था.
वोटर लिस्ट में नाम नहीं फिर भी डाल रहे थे वोट
कांग्रेस किसान मोर्चा के अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहा कि वोटर लिस्ट में हमलोगों का नाम ही नहीं है. अध्यक्ष पद के लिए खड़े दोनों उम्मीदवारों ने हमें फोन करके वोट करने की अपील की थी. जब सोमवार को मतदाता सूची देखा तो पता चला कि नाम नहीं है. कई नेताओं को सदागत आश्रम के अंदर तक प्रवेश नहीं करने दिया गया. हमने प्रदेश अध्यक्ष और वोटिंग कराने आए अधिकारियों से कई बार अनुरोध किया कि हमें वोटिंग का मौका दिया जाए. मगर हमें वोटिंग करने नहीं दिया गया. प्रदेश अध्यक्ष हमारी बात तक नहीं सुन रहे हैं. ये हमारा नहीं जनता का अपमान है.
लिस्ट में 176 मतदाताओं के मोबाइल नंबर नहीं
धरना पर बैठे सत्येंद्र कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव में फर्जी वोटर लिस्ट का इस्तेमाल हो रहा है. जो मतदाता सूची जारी की गयी है उसमें 176 ऐसे वोटरों का नाम है जिनके सामने मोबाइल नंबर नहीं है. इसका सीधा अर्थ है कि वो मतदाता फर्जी है. बिहार में फर्जी वोटर लिस्ट से चुनाव होने की शिकायत राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी मधुसूदन मिस्त्री से की जाएगी. जिस तरह से बिहार के कई नेताओं के नाम अचानक से हटाए गए हैं, उससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं. इस साजिश में शामिल लोगों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने की जरूरत है.