बिहार में कैबिनेट के विस्तार को लेकर कांग्रेस और राजद में जंग तेज होती दिख रही है. एक तरफ नीतीश कुमार ने साफ कह दिया कि मंत्री मंडल विस्तार पर फैसला तेजस्वी यादव करेंगे. वहीं, मामले में तेजस्वी ने भी अपना पक्ष रख दिया है. इस बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने एक बार फिर तेजस्वी यादव को दो टूक कह दिया कि बिहार में मंत्रीमंडल का विस्तार तो होगा. जिसका जो हक है पार्टी के अनुसार नीतीश कुमार देंगे. हमने अपनी बात रख दी है. आगे नीतीश कुमार जो करें. ऐसे में ये साफ माना जा रहा है कि बिहार कांग्रेस तेजस्वी यादव को मानने के लिए तैयार नहीं है.
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‘2024 में जाएगी पशुपति पारस की नौकरी’
अखिलेश प्रसाद कैमूर में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे. इस दौरान उनका जमकर स्वागत हुआ. इस दौरान उन्होनें अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पशुपति पारस के बयान पर कहा कि उनकी नौकरी 2024 में जरूर जाने वाली है. 2023 में कुछ नहीं होने वाला है. अपनी नौकरी बचाने के लिए वो इस तरह के बयान दे रहे हैं. अश्विनी चौबे द्वारा बिहार सरकार को जल्लाद कहने पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वो भी उसी सरकार के साथ कुछ दिन पहले थे. उनकी पार्टी लंबे समय तक रही है. जब बीजेपी के लोग बेरोजगार हो गए तो जल्लाद कह रहे हैं.
ढंग से काम करने वालों को मिलेगा टिकट
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वो खुद एक किसान के बेटे हैं. उन्हें किसी से विरासत में राजनीति नहीं मिली है. वो राज्य के सभी कार्यकर्ताओं का सहयोग करेंगे. उन्होंने कहा कि मुझे कार्यकर्ताओं की कठिनाईयों के बारे में पता है कि जो ढंग से काम करेंगे, उनकों टिकट भी मिलेगा. मैं जैसे ही अध्यक्ष बना तुरंत बिहार में 594 प्रखंड अध्यक्ष बनाए गए. जिलाध्यक्षों की घोषणा भी जल्द होने वाली है.
आमलोगों तक पहुंच रहे नीतीश कुमार
अखिलेश प्रसाद ने नीतीश कुमार के समाधान यात्रा के बारे में कहा कि अगर कोई सीएम के समाधान यात्रा का विरोध कर रहा है तो, जनतंत्र में विरोध भी एक हिस्सा है. जिसे परेशानी है वो अपनी बात को रख तो रहा है. गरीब से गरीब और छोटे से छोटे लोग सीधे अपनी बात सीएम को कह रहे हैं. इसकी प्रशंसा होनी चाहिए.