अखिलेश प्रसाद सिंह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनते ही पार्टी के विधायकों से एक-एक लाख रुपया का डिमांड किया है. सिंह के इस डिमांड के बाद पार्टी में विरोध के स्वर भी उठने लगे हैं. पार्टी में अखिलेश प्रसाद सिंह का विरोधी खेमा इसका विरोध करते हुए अपनी गुहार आला कमान से लगाने की बात कह रही है वहीं उनके समर्थक अखिलेश सिंह की मांग को जायज बता रहे हैं.
दरअसल, 05 जनवरी से कांग्रेस बिहार में भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने जा रही है. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पार्टी को एक बड़ी राशि की जरुरत है. प्रदेश अध्यक्ष ने इसको लेकर पार्टी के विधायकों और एमएलसी से एक-एक लाख रुपया की मांग किया. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की इस मांग पर पार्टी में विरोध के स्वर उठने लगे हैं. पार्टी सूत्रों का कहना है कि इसका विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि पार्टी को पैसे की जरुरत थी तो उन्हें अगल से इसके लिए विधायकों, एमएलसी, पूर्व विधायक या अन्य लोगों से मांग करनी चाहिए थी. पत्रकारों के सामने इस प्रकार से खुले मंच से पैसा मांगना ठीक नहीं है. यह कांग्रेस की परंपरा नहीं रही है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की इस मांग से पार्टी और विधायकों के स्वभिमान को धक्का लगा है.
इधर, पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के समर्थकों का कहना है कि पार्टी चलाने के लिए प्रदेश अध्यक्ष ने सबसे मदद मांगी है. पार्टी के विधयक और एमएलसी को इस दिशा में स्वंय पहल करनी चाहिए. इसपर किसी प्रकार की राजनीति करना ठीक नहीं है. बताते चलें कि कांग्रेस पार्टी का आज स्थापना दिवस है. इसको लेकर पार्टी के प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम में एक कार्यक्रम रखा गया था. इसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष समेत पार्टी के सभी सीनियर नेता, विधायकस पूर्व विधायक और एमएलसी भी उपस्थित थे. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि 90 के पहले के कांग्रेस को वापस लाने का मौका मिला है. बताते चलें कि कांग्रेस बिहार में महागठबंधन की सरकार में शामिल है.