RJD नेताओं के घर पर CBI रेड को लेकर सियासी बवाल जारी,कांग्रेस ने सीबीआई को केंद्र का पसंदीदा नर्तकी बताया
Tejashwi yadav: बिहार में सीबीआई की रेड (CBI raid) को लेकर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने ट्वीट कर लिखा की. बिहार में सियासी पासा पलटने के बाद बादशाह की पसंदीदा नर्तकी सीबीआई ने नाच शुरू कर दिया है. कांग्रेस नेता के इस बयान को लेकर बिहार में सियासी बवाल मच गया है.
Tejashwi yadav: बिहार में कथित रेलवे नौकरियों के बदले जमीन रजिस्ट्री कराने के मामले में सीबीआई (CBI) ने बिहार में राजद के सांसद असफाक कारीम, फैयाज अहमद और एमएलसी सुनील सिंह के ठिकानों पर छापेमारी की है. इसको लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में गुरुवार को भी जमकर सियासी वार-पलटवार जारी रहा. सीबीआई की रेड को लेकर जहां बीजेपी के तेजस्वी यादव समेत लालू परिवार पर जमकर हमला बोल रही है. वहीं, तेजस्वी यादव में फ्रंट पर आकर बीजेपी के हर वार पर पलटवार किया. अब इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने एक आपत्तिजनक ट्वीट की है.
‘बादशाह की सर्वाधिक पसंदीदा नर्तकी सीबीआई’
बिहार में जारी सीबीआई की रेड को लेकर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने ट्वीट कर लिखा की. बिहार में सियासी पासा पलटने के बाद बादशाह की संदीदा नर्तकी सीबीआई ने नाच शुरू कर दिया है. कांग्रेस नेता के इस ट्वीट पर कई लोग जहां उनकी बातों को सर्मथन कर रहे हैं. वहीं, कई लोगों ने तंज कसते हुए कांग्रेस नेता के इस बयान को आपत्तिजनक बताया है.
सुशील मोदी ने भी राजद पर साधा निशाना
सियासी बयानबाजी के बीच बीजेपी नेता सुशील मोदी ने भी तेजस्वी और राजद पर करारा हमला बोला. सुशील मोदी ने कहा कि लालू यादव का परिवार सीबीआई रेड का अभ्यस्त है. बीते 15 साल में लालू यादव के घर पर 50 बार रेड हुई होगी. बीजेपी नेता ने आगे कहा कि जेल जाना और मुकदमे लड़ना तो लालू परिवार की फितरत है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों पर रेड की कार्रवाई की जा रही है. यह पहली बार नहीं हो रहा है. बीते दो माह पहले ही नौकरी के बदले जमीन घोटाले के मामले में भोला यादव गिरफ्तार किए गए थे. जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ था.
तेजस्वी ने किया पलटवार
वहीं, तेजस्वी यादव ने सीबीआई रेड को लेकर कहा कि हमलोगों को इस बात की पहले से ही जानकारी थी कि सीबीआई और अन्य केंद्रीय एजेंसियां छापेमारी की तैयारी कर रही हैं क्योंकि बीजेपी बिहार में सत्ता गंवाने को लेकर उग्र है. बता दें कि लालू प्रसाद यादव पर आरोप है कि जब वह रेल मंत्री थे तो रेलवे में पहले अस्थाई तौर पर नियुक्त कराते थे और फिर जैसे ही जमीन की डील पूरी हो जाती थी, तो नौकरी को अस्थाई कर दिया जाता था. इस मामले में सीबीआई ने 18 मई 2022 को एफआईआर दर्ज की थी. इसमें लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती समेत अन्य लोगों के नाम हैं.