बिहार प्रभारी के सामने ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प, जिला अध्यक्ष ने कहा- देंगे इस्तीफा
कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव में हार को लेकर बिफर पड़े. प्रदेश नेतृत्व पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए झड़प पर उतारू हो गये.
गोपालगंज. कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास के सामने उपेक्षा को लेकर कार्यकर्ताओं का गुस्सा फुट पड़ा. कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव में हार को लेकर बिफर पड़े. प्रदेश नेतृत्व पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए झड़प पर उतारू हो गये.
अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा व कार्यकारी अध्यक्ष श्यामसुंदर दास समेत वरीय नेता कार्यकर्ताओं को समझाने में जुट गये. काफी प्रयास के बाद भी कार्यकर्ता शांत होने का नाम नहीं ले रहे थे.
कार्यकर्ताओं का आरोप था कि विधानसभा चुनाव में जब राजद ने चार बार अल्पसंख्यक उम्मीदवार को लड़ा कर हार गयी तो वह कांग्रेस को दे दिया. कांग्रेस ने भी हवा-हवाई उम्मीदवार को उतार दिया. जिसके कारण हार का सामना करना पड़ा. जो पार्टी के लिए जी-जान देकर संघर्ष करते रहे उनका उपेक्षा किया गया.
पार्टी का जिला कार्यालय तक नहीं है. ऐसे में कांग्रेस का उत्थान कैसे होगा. कांग्रेस के बिहार प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व मंत्री व विधायक विजय शंकर दुबे, प्रो सुर्यमणि सिंह आदि संगठन को मजबूत करने के लिए नये तरीके से समीक्षा करने पहुंचे थे.
गोपालगंज परिसदन में पूर्व सांसद व कुचायकोट से उम्मीदवार रहे काली प्रसाद पांडेय पहुंचे. जबकि कटेया से सत्येंद्र तिवारी पहुंचे. प्रदेश के नेताओं के सामने सबसे पहले सत्येंद्र तिवारी ने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा को लेकर बवाल कराना शुरू किया. उनको कमरे से बाहर निकाल कर समझाया जाने लगा तब तक वरिष्ठ नेता अमूल रत्न शुक्ल जुगानी भड़क गये.
कार्यकर्ताओं के आक्रोश को देख जिलाध्यक्ष इफ्तेखार हैदर ने कहा कि हम इस्तीफा दे देंगे. पार्टी के कार्यक्रम में बुलाने पर भी कोई नहीं आता है. शहर में 15-20 लोग ही जुटते है. आज आकर बेबुनियाद आरोप लगा रहे.
Posted by Ashish Jha