पटना. बिजली बिल जमा नहीं करने वाले उपभोक्ताओं का एक जुलाई से कनेक्शन कटने लगेगा. फिलहाल यह व्यवस्था पटना और आसपास के पेसू क्षेत्र में लागू होगी. बाद में इसे राज्य भर में लागू किया जायेगा. फिलहाल इस अभियान में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को इसमें शामिल नहीं किया जायेगा.
वहीं औसत बिलिंग की व्यवस्था की जगह फिर से रीडिंग कर ऑनस्पॉट बिलिंग की व्यवस्था शुरू कर दी गयी है. कोरोना संकट की वजह से औसत बिलिंग हो रही थी. सूत्रों के अनुसार कोरोना संकट का असर बिजली बिल कलेक्शन पर भी पड़ा है. इसमें करीब 30 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गयी है.
ऐसे में उपभोक्ताओं के यहां बिजली बिल बकाया हो गया है. पिछले महीने तक बिजली कंपनी ने उपभोक्ताओं के लिए पिछले बिजली खपत के औसत के आधार पर बिजली बिल भेजा था. इस बार से बिजली कंपनी ऑन स्पॉट बिल देने और कलेक्शन करने की तैयारी कर रही है.
बिजली कंपनी के अनुसार राज्य में इस साल सबसे अधिक बिजली खपत का रिकॉर्ड 6156 मेगावाट सात जून को रात दस बजे दर्ज किया गया था. वहीं लॉकडाउन की अवधि में लगातार बिजली खपत आम दिनों की तुलना में अधिक रही. इसके बावजूद उपभोक्ताओं द्वारा बिजली बिल के भुगतान में औसतन 30 फीसदी की कमी दर्ज की गयी.
सूत्रों के अनुसार लॉकडाउन में बिजली की खपत में बढ़ोतरी का कारण ‘वर्क फ्रॉम होम’ कल्चर विकसित होना है. लॉकडाउन में संस्थानों के बंद होने और अन्य राज्याें में काम करने वाले बिहार वापस लौटकर अपने-अपने घरों से काम करने लगे. इस कारण कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल चार्ज सहित, एसी, कूलर, पंखा और बल्ब को जलने से बिजली की खपत में बढ़ोतरी हुई.
Posted by Ashish Jha