भभुआ. बीते 23 अगस्त को मद्यनिषेध थाने से चोरी हुई बाइक का खुलासा किया गया है. उक्त बाइक को वहीं पर ड्यूटी में तैनात होमगार्ड जवान प्रजापति चौधरी ने चोरी की थी. साथ ही प्रजापति चौधरी उस चोरी की गयी बाइक से शराब तस्करी का काम करता था. इसका खुलासा भभुआ थाने की पुलिस ने चोरी की बाइक बरामदगी के बाद किया है. खास बात यह है कि बाइक चोरी के मामले में पकड़ा गया होमगार्ड जवान प्रजापति चौधरी पहले भी शराब तस्करी के मामले में दो बार जेल जा चुका है और चौंकाने वाला तथ्य तब सामने आया जब जेल से छूटने के बाद प्रजापति चौधरी को एक बार फिर उत्पाद विभाग ने शराब की जांच के लिए डयूटी में तैनात कर दिया जाता है. इस बार जब डयूटी में उसे तैनात किया जाता है, तो वह थाने से ही पकड़ी गयी बाइक की चोरी कर उससे शराब तस्करी का काम करने लगता है. उक्त घटना होमगार्ड जवानों के डयूटी लगाने में किस तरह की लापरवाही बरती जाती है. यह स्पष्ट रूप से बताने के लिए काफी है. धराया होमगार्ड जवान रामगढ़ थाना क्षेत्र के इमिलिया गांव निवासी स्व जयनाथ चौधरी का बेटा प्रजापति चौधरी है.
अवैध शराब के साथ जब्त की गई थी बाइक
इस मामले पर सदर थाना अध्यक्ष रामकल्याण यादव ने बताया कि 18 नवंबर 2022 को विशेष छापेमारी अभियान में वाहन जांच के दौरान महदाईच चेक पोस्ट से उत्पाद पुलिस के अधिकारियों ने अवैध शराब के साथ एक पल्सर बाइक को जब्त किया था, जिस पर रजिस्ट्रेशन नंबर अंकित नहीं था. बाइक व शराब के साथ रामगढ़ बड़ौरा के गोलू वर्मा को पकड़ा गया था. मद्यनिषेध थाना अध्यक्ष ने इस मामले का अनुसंधान एएसआइ नीलू कुमारी को दिया.
बाइक नहीं मिलने पर युवक ने दर्ज करायी थी शिकायत
मामले में एएसआइ नीलू कुमारी ने उक्त बाइक का चेचिस नंबर परिवहन विभाग में भेज कर वाहन मालिक के नाम व पते के बारे में प्रतिवेदन की मांग की. प्रतिवेदन मिलने के बाद बाइक बड़ौरा रामगढ़ निवासी प्रद्युम्न कुमार के नाम पर निकला. वाहन स्वामी द्वारा जब वाहन विमुक्ति प्रक्रिया के तहत व प्रावधानों के अनुसार अधिरोपित दंड की राशि जमा करने के बाद वाहन विमुक्ति के लिए मालखाना प्रभारी से संपर्क किया गया, तो कागजात के अनुसार जब्त पल्सर बाइक की मद्यनिषेध थाना परिसर और मोहनिया स्थित जब्त वाहन डिपो में काफी खोजबीन की गयी, लेकिन संबंधित वाहन का कहीं पता नहीं चला.
न्यायालय से लगाई कार्रवाई की गुहार
मालखाना प्रभारी ने 23 अगस्त 2023 को उक्त बाइक चोरी चले जाने की जानकारी सदर थाने को देते हुए कार्रवाई की अपील की थी. इस मामले में जब पुलिस बाइक ढूंढने में सफल नहीं हो पायी, तो पीड़ित द्वारा न्यायालय से कार्रवाई की गुहार लगायी गयी. इसके बाद न्यायालय द्वारा मामले में संज्ञान लेते हुए मद्यनिषेध थाना भभुआ में नियुक्त कर्मी और अनुसंधानकर्ता एएसआइ नीलू कुमारी सहित अन्य पर सदर थाने में केस दर्ज कर कार्रवाई करने का आदेश दिया गया.
थाने में जांच करने पहुंची पुलिस, तो पकड़ाया होमगार्ड जवान
सदर थाना अध्यक्ष इस मामले में कोर्ट के आदेश पर एएसआई नीलू कुमारी सहित अन्य पर केस दर्ज कर जांच शुरू की और सोमवार को मामले की तहकीकात करने मद्यनिषेध थाने पहुंचे, तो पता चला कि हाल फिलहाल ककरैत घाट से बिना नंबर के बाइक और शराब के साथ जिस व्यक्ति को पकड़ा गया था. वह इसी थाने में तैनात है. इसके बाद जांच टीम ने जब उक्त होमगार्ड जवान को कब्जे में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने बताया कि मद्यनिषेध थाने से बाइक की उसने ही चोरी की थी और चोरी की गयी बाइक से यूपी से वह शराब लाने का धंधा कर रहा था. साथ ही पूछताछ के बाद पुलिस ने मद्यनिषेध थाने से ही चोरी गये बाइक को बरामद कर लिया.
शराब के परिवहन में पहले भी जा चुका है जेल
धराया होमगार्ड जवान यूपी से शराब लाने के मामले में पहले भी दो बार जेल की हवा खा चुका है. लेकिन सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि बाइक की चोरी कर यूपी से शराब लाने के दौरान दो दो बार पकड़े व जेल जाने के बावजूद उसकी तैनाती मद्यनिषेध थाने में कर दी गयी थी. थाने से बाइक की चोरी कर पकड़े जाने से पूर्व आरोपित होमगार्ड जवान को 22 सितंबर 2023 को जांच के दौरान ककरैत घाट चेक पोस्ट से पुलिस ने शराब के साथ पकड़ा था. मामले में न्यायालय से छूटने के बाद पुन: उसकी ड्यूटी भभुआ मद्यनिषेध थाने में लगा दिया गया था. इसके पूर्व उसे कुदरा थाने की पुलिस ने भी शराब के साथ गिरफ्तार किया था.
शराब मामले में जेल गये होमगार्ड जवान को कैसे मिली ड्यूटी ?
शराब पीने एवं शराब के तस्करी में शामिल पुलिस कर्मियों के लिए सरकार के स्तर से सख्त कार्रवाई का प्रावधान किया गया है. कई पुलिस कर्मियों को शराब के मामले में बर्खाश्त भी किया जा चुका है. लेकिन, होमगार्ड जवान प्रजापति चौधरी का मामला चौंकाने वाला है. शराब के तस्करी के मामले में जेल जाने के बावजूद उस पर विभाग के स्तर से कोई कार्रवाई नहीं होता है और विभागीय अधिकारियों की प्रजापति चौधरी पर इस तरह की कृपा होती है कि उसे जेल से छूटने के बाद उत्पाद विभाग ने ही शराब की जांच के लिए डयूटी में तैनात कर दिया जाता है. विभाग के इस करतूत से प्रजापति का हौंसला इतना बढ़ जाता है कि वह थाने से ही पकड़ी गयी बाइक को चोरी कर ले जाती है और उससे एक बार फिर तस्करी का काम शुरू कर देता है.
भभुआ थाने की पुलिस ने चोरी गयी बाइक का मामला उद्भेदित करते हुए होमगार्ड जवान को गिरफ्तार तो कर लिया है, लेकिन उक्त होमगार्ड जवान को आखिर डयूटी कैसे मिली यह भी गंभीर सवाल है. उक्त मामले में पूछे जाने पर भभुआ एसडीपीओ शिवशंकर कुमार ने बताया कि मद्यनिषेध थाने से चोरी गयी बाइक के जांच के दौरान होमगार्ड जवान की संलिप्तता पाये जाने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया है. आरोपित पहले भी शराब मामले में जेल जा चुका है. अब जेल जाने के बावजूद वह ड्यूटी कैसे कर रहा था इसकी गहनता से जांच की जा रही है.
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