16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बिहार में इंजीनियरों ने तय राशि से अधिक में बनाया भवन, पांच जिलों के कार्यपालक अभियंताओं से स्पष्टीकरण तलब

रोहतास, मुजफ्फरपुर, औरंगाबाद, मधुबनी और समस्तीपुर के कार्यपालक अभियंताओं से भवन निर्माण विभाग ने स्पष्टीकरण पूछा है. यह स्पष्टीकरण निर्माण के लिए मंजूरी से अधिक रुपये खर्च किये जाने के मामले में मांगा गया है.

बिहार में सरकारी भवनों के निर्माण में कई तरह की अनियमितताएं सामने आने पर भवन निर्माण विभाग ने सख्ती बढ़ा दी है. साथ ही अभियंताओं व ठेकेदारों के लिए विशेष दिशा निर्देश जारी किया है. ताजा मामला राज्य में कई भवन निर्माण परियोजनाओं से जुड़ा है. इसमें मंजूर किये गये बजट से अधिक का निर्माण कर दिया गया है. इसके बाद मंजूरी से अधिक खर्च किये गये पैसे के भुगतान की मांग ठेकेदारों द्वारा की जा रही है.

अभियंताओं से स्पष्टीकरण तलब

विभाग ने इस संदर्भ में निर्देश जारी करते हुये ऐसे मामले के संबंधित कार्यपालक अभियंताओं से स्पष्टीकरण पूछा है. इसमें कार्यपालक अभियंताओं को जवाब देने होगा कि मंजूर किये गये बजट से अधिक लागत से निर्माण कार्य कैसे कर दिया गया? इसमें रोहतास, मुजफ्फरपुर, औरंगाबाद, मधुबनी और समस्तीपुर के कार्यपालक अभियंता शामिल हैं.

लगातार मिल रही थी शिकायत 

सूत्रों के अनुसार विभाग को लगातार शिकायत मिल रही थी कि परियोजनाओं के लिए मंजूर की गयी राशि से अधिक खर्च कर परियोजनाओं का निर्माण करवाया जा रहा है. साथ ही तय लागत से अधिक खर्च की गयी राशि की निकासी के लिए ठेकेदारों द्वारा दबाव बनाया जा रहा है. इस संदर्भ में विभाग ने अभियंता प्रमुख को निर्देश दिया है कि वे संबंधित कार्यपालक अभियंताओं से स्पष्टीकरण पूछकर इसकी जानकारी विभाग को दें.

टेंडर की प्रक्रिया पूरा किये बिना नहीं होगा निर्माण

विभाग ने सभी मुख्य अभियंताओं को निर्देश दिया है कि किसी भी परियोजना में टेंडर की प्रक्रिया पूरा किये बिना किसी भी प्रकार का निर्माण नहीं होगा. साथ ही अभियंता प्रमुख के माध्यम से कार्यपालक अभियंताओं को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि परियोजना के निर्माण के लिए केवल मंजूर की गयी राशि का ही टेंडर किया जायेगा.

Also Read: परीक्षा में आया कम नंबर, तो पापा के डर से लखनऊ से भागकर पटना पहुंची नाबालिग, स्नैचरों ने छीना मोबाइल
सत्यापन का निर्देश

मुख्य अभियंताओं को निर्देश दिया गया है कि बजट के अनुसार किये गये काम का भौतिक सत्यापन करवाकर यह सुनिश्चित करें कि तय बजट के अनुसार काम किया गया है. इसके लिए जरूरत पड़ने पर स्वयं स्थल निरीक्षण भी करें. साथ ही परियोजना के बारे में यह भी तय करने का विभाग ने निर्देश दिया है कि एक ही परियोजना और काम के लिए दो बार बजट की मंजूरी (दोहरीकरण) तो नहीं हो गयी है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें