पटना . आरा-मोहनिया एनएच-319 (नया) फोरलेन सड़क का निर्माण शुरू हो गया है. इस पर करीब 1390 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसका निर्माण कार्य 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है.
टेंडर के माध्यम से दो पैकेज में इसे बनाने की जिम्मेदारी अशोक बिल्डकॉन को मिली है. सितंबर, 2020 में पीएम नरेंद्र मोदी ने इसका शिलान्यास वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम किया था.
90% जमीन उपलब्ध : इसके लिए फिलहाल करीब 90% जमीन उपलब्ध है. शेष 10% जमीन जल्द उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार के स्तर पर प्रयास जारी है.
सूत्रों के अनुसार फिलहाल दो जिलों के आठ गांवों में करीब 10% जमीन का अधिग्रहण होना है. भोजपुर जिले के पांच गांवों-वामपाली, डेहरी, अरनची, महतनिया और बभमिनिया, जबकि रोहतास जिले के तीन गांवों-रजौंधा, कलशापुर और कटियारा में जमीन का अधिग्रहण होना है. इसे अगले करीब तीन महीने में पूरा होने की संभावना है.
यह होगा फायदा : करीब 115 किमी लंबे आरा-मोहनिया फोरलेन सड़क बनने से शाहाबाद के चार जिलों के लोगों का वाराणसी और पटना के बीच आवागमन सुगम हो जायेगा.
इन जिलों में भोजपुर, बक्सर, रोहतास और कैमूर शामिल हैं. इससे पहले आरा-मोहनिया का पुराना नाम एनएच-30 था. इस सड़क की हालत बहुत खराब हो गयी थी.
इसमें जगह-जगह गड्ढे हो गये थे. इस एनएच के फोरलेन निर्माण के लिए दो पैकेज में टेंडर के आवेदन की अंतिम तिथि सात अगस्त थी. टेंडर के माध्यम से अशोक बिल्डकॉन को निर्माण की जिम्मेदारी मिली है.
Posted by Ashish Jha