बिहार में इस साल शुरू होगा पांच नेशनल हाईवे का निर्माण, इन जिलों के लोगों को होगी सहूलियत
बिहार में पांच राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण इस वर्ष शुरू हो जाएगा. साथ ही इन सभी के निर्माण की समय सीमा 2025 तय की गई है. इनमें से कई परियोजनाओं में जमीन अधिग्रहण का कार्य चल रहा है तो कई में डीपीआर का. जानिए कौन से हैं ये पांच नेशनल हाईवे...
बिहार में पांच एनएच का निर्माण कार्य इस साल शुरू हो जायेगा. इसमें राम जानकी मार्ग एनएच – 227 ए में सीवान से मशरख फोरलेन, जयनगर – दरभंगा एनएच – 105, मुंगेर – भागलपुर एनएच – 80, एकंगरसराय आरओबी एनएच – 110 और चौसा – बक्सर बाइपास एनएच – 319 ए शामिल हैं. इन सभी का निर्माण 2025 में पूरा करने की समय सीमा तय की गई है. हालांकि इसमें विलंब भी हो सकता है. इसमें से राम – जानकी मार्ग एनएच – 227 ए का सीवान से मशरख फोरलेन और एकंगरसराय के पास फोरलेन रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) एनएच – 110 के लिए टेंडर जारी हो चुका है. इसके लिए निर्माण एजेंसी का चयन इसी महीने पूरा होने की संभावना है. वहीं जयनगर – दरभंगा एनएच – 105, मुंगेर – सुल्तानगंज एनएच – 80 और चौसा – बक्सर बाइपास एनएच – 319 ए के लिए टेंडर बहुत जल्द जारी होगा. इन सभी सड़कों के बन जाने के बाद राज्य के विभिन्न जिलों के लाखों लोगों को आवागमन में सुविधा होगी.
रामजानकी मार्ग एनएच-227 एसूत्रों के अनुसार राम जानकी मार्ग एनएच – 227 ए में सीवान से मशरख तक करीब 52 किमी लंबाई में फोरलेन के निर्माण के लिए टेंडर जारी किया गया है. इसके निर्माण में करीब 1027 करोड़ रुपये की लागत आएगी. वहीं इस एनएच की पूरी लंबाई करीब 243 किमी है. इस सड़क के लिए गोपालगंज जिले में डीपीआर और अन्य हिस्सों में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है.
जयनगर से दरभंगा एनएच -105 का निर्माण करीब 991.88 करोड़ रुपये की लागत से होना है. इस राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई करीब 53.13 किमी होगी. इसमें से करीब 15 किमी का हिस्सा दरभंगा जिले और शेष हिस्सा मधुबनी जिले में पड़ता है. इस राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण से दरभंगा, मधुबनी और आसपास के जिलों के लोगों को आवागमन में सहूलियत होगी. वाहनों के जाम से भी मुक्ति मिलेगी. साथ ही दरभंगा एयरपोर्ट तक आवागमन बेहतर हो सकेगा.
एनएच-80मुंगेर – सुल्तानगंज – भागलपुर एनएच – 80 का करीब 50.857 किमी लंबाई में चौड़ीकरण व जीर्णोद्धार होना है. इसका काम भागलपुर जिला में शुरू हो गया है. अब मुंगेर जिला में करीब 19.165 किमी लंबाई में निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी. इस सड़क की चौड़ाई सात मीटर की जायेगी. इस सड़क के बन जाने से मुंगेर से भागलपुर तक पहुंचने में लोगों को अपेक्षाकृत कम समय लगेगा. इसके साथ ही सड़क का चौड़ीकरण किए जाने से सड़क हादसों में भी कमी आएगी.
एनएच-110नालंदा जिले के एकंगरसराय के पास एनएच-110 पर करीब 3.63 किमी लंबाई में आरओबी (रेल ओवर ब्रिज) का निर्माण होना है. इसे बनाने में करीब 109 करोड़ 86 लाख 57 हजार 964 रुपये खर्च किए जाएंगे. इस आरओबी के निर्माण से बिहारशरीफ – जहानाबाद के बीच आवागमन करने वालों को काफी सहूलियत होगी. इसके साथ ही प्रतिदिन एकंगरसराय चौराहे पर लगने वाले जाम से भी लोगों को मुक्ति मिलेगी.
चौसा-बक्सर बाइपासचौसा – बक्सर बाइपास एनएच – 319 ए (पैकेज 2) फोरलेन बाइपास के निर्माण के लिए स्वीकृति दे दी गई है. इस सड़क के निर्माण में 1060.16 करोड़ की लागत आएगी. यह भी एक ग्रीनफील्ड यानी नई सड़क होगी. यह सड़क पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बक्सर-वाराणसी ग्रीनफील्ड मार्ग को जोड़ेगी. इस सड़क के बन जाने के बाद इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर वाणिज्यिक और व्यापारिक गतिविधियां बढ़ेंगी. इससे इस क्षेत्र का विकास होगा. साथ ही बनारस आने- जाने वालों को भी सुविधा होगी.
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