पटना. कोरोना की पहली लहर के कारण पटना एयरपोर्ट के नये टर्मिनल भवन का निर्माण कार्य पहले ही समय से पीछे हो गया था. अब एक और नयी लहर के आने से यह एक बार फिर से धीमा पड़ गया है और 20-30 फीसदी क्षमता का ही निर्माण कार्यों में इस्तेमाल हो पा रहा है.
इन सबसे पटना एयरपोर्ट के नये टर्मिनल के पूरा होने का अनुमानित समय निर्माण के निर्धारित समय से लगभग सवा साल आगे चला गया है और दिसंबर, 2021 की जगह मार्च, 2023 में अब यह पूरा होगा. हालांकि, पीर अली मार्ग में एयरपोर्ट के प्रवेश द्वार के पास बन रहा मल्टीलेवल पार्किंग व नये टर्मिनल के पास बन रहे फ्लैटनुमा स्टाफ क्वार्टर का निर्माण लगभग पूरा हो गया है और बस अब इनमें फिनिशिंग टच देना बाकी रह गया है.
पटना एयरपोर्ट पर बना नया पार्किंग भवन सात मंजिला (जी +6) है. इसमें ग्राउंड फ्लोर के ऊपर के पांच तल्लों में पार्किंग होगी. जिसमें एक साथ एक हजार चारपहिया वाहन खड़े हो सकेंगे. साथ ही इसके ऊपरी फ्लोर पर एक कमर्शियल कांम्प्लेक्स होगा, जिसमें कई बड़े ब्रांडों के शोरूम होेंगे. यहां हवाई यात्री अपना अतिरिक्त समय मार्केटिंग कर बिता सकेंगे. पार्किंग की मूल संरचना ढाली जा चुकी है और अब इसमें केवल बिजली का काम और पेंटिंग बाकी है.
एयरपोर्ट के पुराने स्टाफ क्वार्टरों को तोड़कर उनकी जगह नये फ्लैटों के निर्माण का काम भी अपने अंतिम चरण में हैं. टाइप दो से लेकर टाइप छह तक के पांच श्रेणियों के 71 पुराने क्वार्टरों की जगह 106 फ्लैटों का निर्माण हुआ है. इनमें टाइप दो में 26 फ्लैटों का एक ब्लॉक और टाइप तीन में 26-26 फ्लैटों के दो ब्लॉक बनाये गये हैं.
टाइप चार और पांच का निर्माण एक ही ब्लॉक में किया गया है और दोनों में 13-13 फ्लैट हैं. टाइप छह का निर्माण एयरपोर्ट निदेशक और उसके समकक्ष अधिकारियों के रहने के लिए किया गया है और इसमें दो फ्लैटों का एक ब्लॉक है जिसमें एक ग्राउंड पर और दूसरा फर्स्ट फ्लोर पर है. इन सभी फ्लैटों के कंक्रीट स्ट्रक्चर को डाला जा चुका है और प्लास्टर का काम भी पूरा हो चुका है. अब केवल किवाड़-खिड़की लगाने और रंगरोगन का काम बाकी है.
Posted by Ashish Jha