पटना के दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड का इसी साल शुरू होगा निर्माण, बनेगी 600 मीटर लंबी सुरंग, जानिए कब होगा पूरा
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा निर्देश जारी होने के बाद दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड के लिए निर्माण एजेंसी का चयन करने की तैयारी में मंत्रालय जुट गया है. इस महीने के अंत तक एजेंसी चयन का कार्य पूरा हो जाने की संभावना है.
पटना का दानापुर-बिहटा एलिवेटेड सड़क का निर्माण इस साल अक्टूबर में शुरू हो जायेगा. इसके लिए निर्माण एजेंसी सक्रिय हो गयी है. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की पहल पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा निर्देश जारी होने के बाद निर्माण एजेंसी का चयन करने की तैयारी में मंत्रालय जुट गया है. अब इसके अटके हुए टेंडर की तकनीकी पहलुओं की जांच कर निर्माण एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपने की घोषणा मंत्रालय अगले कुछ दिनों में कर देगा. चयनित निर्माण एजेंसी ही अगले 10 वर्षों तक इसका रख रखाव करेगी. करीब 25.08 किमी लंबाई में इस सड़क को बनाने की अनुमानित लागत करीब 3146.58 करोड़ रुपये है. इसको जून 2025 तक पूरा करना है.
11 एजेंसियों ने सड़क बनाने के लिए किया था फाइनांसियल बिड
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार दानापुर-बिहटा एलिवेटेड सड़क बनाने के लिए छह जनवरी 2023 को फाइनांसियल बिड में 11 एजेंसियां शामिल हुई थीं. इसमें सबसे कम लागत के साथ सड़क निर्माण करने का प्रस्ताव देने में पहले नंबर पर अशोका बिल्डकॉन लिमिटेड थी. इसने करीब 2161 करोड़ रुपये से निर्माण का प्रस्ताव दिया था. वहीं, दूसरे नंबर पर सबसे कम लागत में निर्माण का प्रस्ताव लार्सन एंड टोब्रो लिमिटेड ने करीब 2169 करोड़ 54 लाख रुपये का दिया था. इस बिड में हिस्सा लेने वाली एजेंसियों में जेएमसी प्रोजेक्ट्स इंडिया लिमिटेड, नवयुगा इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड, दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड, एपको इंफ्राटेक प्रालि, ड्रैपल-इवरैस्कन जेवी, एनसीसी लिमिटेड, एफकॉन्स, रेल विकास निगम लिमिटेड और पीएनसी-एसपीएससीपीएल जेवी शामिल हैं.
करीब 600 मीटर लंबा बनेगा टनल
पटना से बिहटा एयरपोर्ट जाने के लिए कन्हौली के पास बनने वाले टोल प्लाजा के बाद अलग टनल बनेगा. इसकी लंबाई करीब 600 मीटर होगी. पटना बिहटा एलिवेटेड सड़क की शुरुआत दानापुर आरओबी के पास से होगी. यह एलिवेटेड सड़क कन्हौली के पास जमीन पर उतर जायेगी. उसके आगे एक टोल प्लाजा बनेगा. टोल प्लाजा के बाद एलिवेटेड सड़क शुरू होगी जो सीधा बिहटा जायेगी. उसी जगह से टनल भी बनेगा.
चार जगह बनेंगे बाइपास
इस सड़क में शिवाला से बिहटा के बीच वर्तमान सड़क से चार जगहों पर बाइपास बनाये जायेंगे. ये बाइपास नेऊरा गंज, पैनाल, कन्हौली और विशनपुरा में बनेंगे. इस सड़क से बिहटा एयरपोर्ट जाने के लिए एटग्रेड लिंक रोड का भी प्रावधान किया गया है.
चार जगहों पर बनेंगे रैंप
दानापुर से बिहटा तक 21 किमी की दूरी में चार जगहों पर लोगों को चढ़ने के लिए रैंप का निर्माण किया जायेगा. सगुना मोड़ से आने वाली गाड़ियां दानापुर स्टेशन के पास से एलिवेटेड रोड पर चढ़ सकेंगी. इसी तरह शिवाला मोड़ पर, बिहटा एयरपोर्ट के पास और बिहटा – सरमेरा हाइवे से एलिवेटेड सड़क पर चढ़ने की सुविधा मिलेगी.
जमीन अधिग्रहण में आ रही समस्या
दानापुर – बिहटा एलिवेटेड रोड के निर्माण के लिए करीब 66 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाना है. इसमें से करीब 10 एकड़ जमीन रेलवे की है, जो की दानापुर स्टेशन के पास है. वहीं बिहटा के पास कृषि विभाग की पतसा मौजा में करीब 5 एकड़ जमीन है. वहीं 5 एकड़ सरकारी जमीन है. इसके अलावा बाकी जमीन का अधिग्रहण करना है. जानकारी के मुताबिक अभी तक चार एकड़ जमीन का अधिग्रहण हुआ है. वहीं बाकी के जमीन के अधिग्रहण के लिए प्रक्रिया चल रही है. लेकिन यहां जमीन मालिकों द्वारा कृषि भूमि की जगह आवासीय या व्यावसायिक मुआवजे की मांग की जा रही है.
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, बिहटा एयरपोर्ट, आईआईटी जाना होगा आसान
इस एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद 20-25 किमी का सफर लाेग मात्र 20 मिनट में तय कर सकेंगे. इस सड़क पर कहीं भी यू-टर्न नहीं रहेगा. साथ ही पटना से आरा-बक्सर होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर 120 किमी की दूरी करीब दो घंटे में तय होगी. साथ ही बिहटा एयरपोर्ट, आईआईटी आदि इलाकों में जाने के लिए तेज कनेक्टिविटी मिलेगी. वर्तमान समय में जाम के कारण 20 किमी का सफर तय करने में घंटों लग जाते हैं.
तेजस्वी यादव ने नितिन गडकरी से की थी मुलाकात
बता दें कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने बीते दिनों नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर राज्य की महत्वाकांक्षी सड़क और पुल परियोजनाओं में निर्माण शुरू करवाने संबंधी मांग की थी. इसके बाद मंत्री गडकरी ने पटना में दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड बनाने के लिए निर्माण एजेंसी का चयन करने का निर्देश देने के साथ ही अन्य परियोजनाओं को लेकर भी कई निर्देश दिए थे.