पटना: वाराणसी-रांची-कोलकाता सिक्सलेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनाने का काम अगले साल शुरू हो जायेगा. यह भारत माला परियोजना का हिस्सा है. इसको बनाने के लिए निर्माण एजेंसी के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. इसके लिए पहले चरण में करीब 27 किमी लंबाई में सड़क बनाने के लिए टेंडर जारी हो चुका है. इस टेंडर को भरने की अंतिम तिथि 29 दिसंबर 2022 है. फिलहाल इसकी अनुमानित लागत करीब 945.24 करोड़ रुपये है.
वाराणसी-रांची-कोलकाता ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण फिलहाल 54 किमी की लंबाई में किये जाने की योजना है. इस 54 किमी लंबाई में से उत्तर प्रदेश में 22 किमी और बिहार में करीब 32 किमी लंबाई में निर्माण किया जायेगा. इसमें से बिहार के क्षेत्र में करीब 27 किमी के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई है. यह सड़क चंदौली-चैनपुर रोड पर खैंती गांव से भभुआ-अधौरा रोड स्थित पलका गांव तक बनेगी.
गौरतलब है कि वाराणसी से कोलकाता तक 30 हजार करोड़ रुपये की लागत से 620 किमी सिक्स लेन का ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है. इस एक्सप्रेस-वे के बनने से वाराणसी से कोलकाता का सफर 12 घंटे से घटकर छह घंटे रह जायेगी. साथ ही बिहार में 10 हजार करोड़ की लागत से 163 किमी का कॉरिडोर बनेगा.
यह कॉरिडोर उत्तर प्रदेश के चंदौली से शुरू होकर मुगलसराय, बिहार के भभुआ, कैमूर, रोहतास, सासाराम, औरंगाबाद, गया, झारखंड के चतरा, हजारीबाग, रामगढ़, बोकारो तथा पश्चिम बंगाल के पुरुलिया, बांकुरा, पश्चिम मेदनीपुर, हुगली होकर हावड़ा जाएगा. इसमें ग्रीनफील्ड स्पर बनाकर खड़गपुर को भी जोड़ा जायेगा.