मुजफ्फरपुर : शहर में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद पांच जगहों पर नये कंटनमेंट जोन बनाये गये हैं.अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनय कुमार ने एसडीओ पूर्वी को प्रस्ताव भेजा है. बताया गया है कि इन पांच स्थानों पर हाल के दिनों में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले है. इन मरीजों के संपर्क में आने से कई लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं. इस कारण इन इलाकों में कंटेनमेंट जोन बनाया जाये. अंचलाधिकारी को कंटेनमेंट जोन बनाने वाले क्षेत्र में बांस बल्ला लगा घेरने की बात कहीं हैं.
मुजफ्फरपुर. होम आइसोलेशन में रहने वाले कोरोना संक्रमित को दस दिन बाद स्वास्थ विभाग निगेटिव मान कर रिलीज कर दे रहा हैं. ऐसे मरीज की निगेटिव होने की जांच भी नहीं हो रही है. कई केस ऐसे आये है, जहां मरीज एक माह के अंदर फिर से पॉजिटिव हो जा रहे है. एसीएमओ डॉ विनय कुमार का कहना है किस्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार ही स्वास्थ्य विभाग कोविड मरीजों को रिलीज कर रहा हैं. गाइडलाइन में कहा है कि कोविड के मरीज दस दिनों में ठीक हो जाते है, ऐसे में उनका जांच करना कि वह निगेटिव हुए कि नहीं इसकी जरुरत नहीं हैं.
पताही कोविड अस्पताल सोमवार से चालू कर दिया गया. अस्पताल में एक कोरोना पॉजिटिव मरीज को इलाज के लिये भर्ती किया गया हैं. यह मरीज पीएचसी से रेफर करके भेजा गया हैं. सिविल सर्जन शैलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि जिले के सभी पीएचसी प्रभारी को निर्देश दिया गया है कि अब जो भी कोरोना मरीज है, उन्हें इलाज के लिये पताही कोविड अस्पताल रेफर करे. अभी एसकेएमसीएच में 17 मरीज का इलाज किया जा रहा हैं. जबकि कोविड अस्पताल तुर्की में तीन मरीज का इलाज हो रहा हैं. सीएस ने कहा कि अभी अधिकांश मरीज घर पर ही होम आइसोलेशन में रहना चाहते हैं, गंभीर मरीज ही अस्पताल पहुंच रहे हैं. ऐसे में जो अब गंभीर मरीज होंगे, उन्हें पताही ही भेजा जायेगा.
मुजफ्फरपुर. एसकेएमसीएच में तीसरे दिन भी दोनों आरटीपीसीआर मशीन ठीक नहीं हो सका. पटना से आयी इंजीनियरों की टीम रविवार दोपहर से इसे ठीक करने में जुटा रहा, लेकिन सोमवार को भी ठीक नहीं कर सके. मशीन के ठीक नहीं होने से तीन दिनों में अब 5000 से अधिक सैंपल बैकलाग हो गए है. ये सभी सैंपल वेटिंग में हैं. वेटिंग में होने के कारण कोरोना पाॅजिटिव की पुष्टि होने में अधिक देरी हो रही है. प्राचार्य डॉ विकास कुमार ने बताया कि रविवार दोपहर 1 बजे से दोनों मशीन इंस्टॉल करने वाली कंपनी के इंजीनियर को बुलाया गया.दोनों मशीनों में सैंपल डाल कर जांच की जा रहा है. लेकिन रिपोर्ट नहीं आ रही है. मशीन के ठीक होने के बाद ही उसमें रिपोर्ट आने लगेगी.प्राचार्य ने कहा कि पटना से 7000 किट मंगवाया गया था.
posted by ashish jha