भागलपुर: जिले के बालू घाटों का ठेका लेने के लिए कांट्रैक्टर रुचि नहीं ले रहे हैं. इस कारण नदियों के बालू की बिक्री का रास्ता साफ नहीं हो सका है. चिह्नित 09 बालू घाटों की बंदाेबस्ती तीन साल से अटकी है. इस दौरान पांच टेंडर रद्द हो चुका है. हर बार कांट्रैक्टरों द्वारा टेंडर नहीं भरने से इसे रद्द करना पड़ा है और फिर नये सिरे से टेंडर की प्रक्रिया अपनानी पड़ी है.
इस बार अबतक का छठा टेंडर 21 दिसंबर को निकाला गया है और इ-नीलामी की तिथि 11 जनवरी की तिथि निर्धारित की गयी है. यानी, बंदोबस्ती के लिए बोली 11 जनवरी को लगेगी. हालांकि, इस बार दावा किया जा रहा है कि इ-नीलामी की प्रक्रिया हर हाल में पूरी होगी और बालू घाटों का संचालन फरवरी से होगा.
भागलपुर जिले के बालू घाटों की बंदोबस्ती के लिए बोली 25 करोड़ से लगनी है. यानी, विभाग की ओर से सुरक्षित जमा राशि 25 करोड़ रखी गयी है. जानकारों की मानें, तो जितनी राशि से बंदोबस्ती होगी, उतनी राशि का नदियों में बालू नहीं है. दरअसल, नदियों में 1995 की तरह बाढ़ नहीं आयी है. बाढ़ नहीं आने से पहले की तरह बालू भी जमा नहीं हुआ है.
भागलपुर जिले के नदियों से लगातार बालू खनन से नदियां नीची हो गयी है और खेतिहर भूमि ऊंची. इस कारण नदियों की पानी खेतों तक नहीं पहुंच पा रही हैँ. किसान बेहद परेशान हैं. वहीं, कई जगहों पर नदी संकरी हो गयी है. कोकरा नदी की बात करें, तो जगदीशपुर ब्लॉक के पास जितनी चौड़ी है, उतनी गोराडीह प्रखंड के डहरपुर व भयगांव के पास नहीं है.
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चानन नदी : 04 बालू घाट
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गेरुआ नदी : 03 बालू घाट
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अंधरी नदी : 01 बालू घाट
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कोसी नदी : 01 बालू घाट
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कुल : 09 बालू घाट
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पहला टेंडर : 23 नवंबर 2019
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दूसरा टेंडर : 18 दिसंबर 2019
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तीसरा टेंडर : 14 सितंबर 2022
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चौथा टेंडर : 26 अक्तूबर 2022
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पांचवा टेंडर : 02 दिसंबर 2022
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छठा टेंडर : 21 दिसंबर 2022
बांका जिले दो नदी चानन के दो घाट एवं ओड़नी नदी के एक घाट की बंदोबस्ती होनी बाकी है. इसके लिए भी टेंडर निकाला गया है. इ-नीलामी के लिए 06 जनवरी की तिथि निर्धारित की गयी है. यानी, उक्त तिथि को बालू घाटों के लिए बोली लगेगी. इधर, बड़ुआ, कुरार, चीर व सुखनिया नदी की बंदोबस्ती हो गयी है.
बंदोबस्ती पांच सालों के लिए की जानी है. गेरुआ नदी के एक ब्लॉक के लिए एक मात्र टेंडर आया था. सिंगल टेंडर की वजह से रद्द किया गया है. अल्पकालीन निविदा निकाली गयी है. इस बार टेंडर फाइनल हो जायेगा, तो फरवरी से बालू घाटों का संचालन होने लगेगा- कुमार रंजन, जिला खनिज विकास पदाधिकार, भागलपुर