गया में पितृपक्ष मेला को लेकर बनाया गया कंट्रोल रूम, पिंडदानियों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
गया के डीएम डा. त्यागराजन ने पितृपक्ष मेला को लेकर विष्णुपद मंदिर के पास स्थित संवास सदन कार्यालय में कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया. संवास सदन स्थित कॉल सेंटर को नेहरू युवा केंद्र के प्रशिक्षण प्राप्त वॉलंटियर्स के माध्यम से संचालित किया जा रहा है.
9266628168 है आइवीआरएस (इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस सिस्टम) नंबर
0631 2222500 नंबर पर भी कर सकते हैं संपर्क
0631 2222253/59 है जिला नियंत्रण कक्ष का नंबर
गया में लगने वाले विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला को लेकर विष्णुपद मंदिर के पास स्थित संवास सदन कार्यालय में कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया गया. यह उद्घाटन जिले के डीएम डा. त्यागराजन ने किया. इस दौरान डीएम ने नियंत्रण कक्ष में आये हुए सभी फोन कॉल की अच्छी तरह मॉनीटरिंग करवाने का निर्देश दिया तथा उन्होंने कहा कि सभी कॉल का अनुपालन प्रतिवेदन तैयार करें. इससे यह पता चल सके कि किस विषय पर ज्यादा फोन कॉल्स आ रहे हैं.
वॉलंटियर्स के माध्यम से संचालित किया जा रहा कॉल सेंटर
संवास सदन स्थित कॉल सेंटर को नेहरू युवा केंद्र के प्रशिक्षण प्राप्त वॉलंटियर्स के माध्यम से संचालित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रियों को महत्वपूर्ण जानकारी तथा सुविधाओं के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. यात्रियों की सुविधा के लिए इ- समाधान व आइवीआरएस नंबर जारी किया गया है, जो 9266628168 है.
आवश्यकतानुसार फोन कर जानकारी ले सकते हैं तीर्थयात्री
इस आइवीआरएस दूरभाष संख्या के माध्यम से तीर्थयात्री अपने आवश्यकतानुसार जानकारी तथा मदद ले सकते हैं. इस आइवीआरएस नंबर पर सभी संबंधित वरीय पदाधिकारियों का दूरभाष संख्या से लाइनअप रखा गया है, ताकि तीर्थयात्री को सीधे मदद पहुंचाया जा सके. इसके अलावा एक मेन लाइन एवं चार हंटिंग लाइन भी बनायी गयी है, जिसका दूरभाष संख्या 0631 2222500 है. इसके साथ ही जिला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या 0631 2222253/59 है, इसे भी पितृपक्ष मेला के अवसर पर और भी एक्टिव मोड से कार्य कराया जा रहा है.
अभी सुबह 10 से शाम पांच बजे तक चलेगा कंट्रोल रूम, मेले में 24 घंटे होगी सेवा
वरीय उप समाहर्ता अमित राजन ने बताया कि संवास सदन कार्यालय में स्थापित नियंत्रण कक्ष वर्तमान में सुबह 10 से संध्या पांच बजे तक चालू रखा गया है. पितृपक्ष मेला अवधि में नियंत्रण कक्ष को 24 घंटे कार्यरत रखा जायेगा. कॉल सेंटर में फ्री वाइ-फाइ की व्यवस्था रखी जा रही है. इसके अलावा देवघाट तथा अक्षय वट में भी तीर्थ यात्रियों के मदद के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम के साथ अस्थायी नियंत्रण कक्ष स्थापित कराया जा रहा है. जहां विभिन्न शिक्षकों को ट्रेनिंग देने के पश्चात उन्हें यात्रियों की मदद हेतु लगाया जायेगा.
भीड़भाड़ वाली जगहों पर अनिवार्य रूप से लगेंगे पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम
डीएम ने कहा कि विभिन्न भीड़भाड़ वाले जगहों पर अनिवार्य रूप से पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम लगवाएं तथा लगातार महत्वपूर्ण जानकारियां अनाउंसमेंट करवाते रहें. उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न भीड़भाड़ वाले घाटों अथवा वेदियों के नजदीक खोया पाया से संबंधित काउंटर चालू करवाएं तथा वहां पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम लगाये. डीएम ने कहा कि ज्यादातर खोया पाया से संबंधित कॉल्स आयेंगे, उन्हें अच्छी तरह सहयोग करें. इस बार खोये व्यक्ति/यात्री मिल जाते हैं. लेकिन अपने सगी संबंधी से नही मिल पा रहे तब तक वैसे यात्रियों को टेंट सिटी में रखा जायेगा. टेंट सिटी को नोडल प्वाइंट बनाया गया है.
एक्टिव रहेगी एसडीआरएफ व गोताखोरों की टीम
एसडीआरएफ एवं गोताखोरों के बारे में भी डीएम ने जानकारी लिया. अधिकारियों ने डीएम को बताया कि पितृपक्ष मेला के दौरान आठ सरोवरों में पिंडदान किया जाता है. उसे देखते हुए तीन एसडीआरएफ की कंपनी, 42 एसडीआरएफ की सिपाही एवं 12 नाव जिले में प्राप्त हुए हैं. डीएम ने कहा कि गोताखोरों की संख्या पर्याप्त रखें. लाइफ जैकेट की संख्या का आकलन करके पर्याप्त व्यवस्था करवा लें. देवघाट एवं सीताकुंड में कुल चार नाव, एक सूर्यकुंड व एक अक्षयवट में रखा जायेगा. इसके अलावा जिस सरोवर में नाव नही रहेंगे वहां पर्याप्त लाइव जैकेट के साथ गोताखोर उपलब्ध रहे, इसे सुनिश्चित करें. यात्रियों की सेवा पूरी तत्परता से करें. डीएम ने वरीय उप समाहर्ता अमित राजन को निर्देश दिया कि देवघाट एवं सीता कुंड की ओर 25 सितंबर तक निश्चित रूप से बैरिकेटिंग करवा दे. इसके अलावा सभी सरोवरों में रस्सी की पर्याप्त व्यवस्था रखें.
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मेला में देश-दुनिया के कोने-कोने से आनेवाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा व विधि-व्यवस्था को लेकर पुलिस महानिरीक्षक आइजी क्षत्रनील सिंह ने घंटों जायजा लिया. इस मौके पर मौजूद प्रभारी एसएसपी सह सिटी एसपी हिमांशु व सिटी डीएसपी पारसनाथ साहू सहित संबंधित थानाध्यक्षों को कई बिंदुओं पर निर्देश देते हुए कहा कि सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरते. हर बिंदु पर गंभीरता से छानबीन करते हुए तैयारी कर लें. पितृपक्ष मेला को लेकर पुलिस फोर्स की कोई कमी नहीं है. फिलहाल दूसरे जिलों से डीएसपी, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, सहायक अवर निरीक्षक व सिपाही रैंक के करीब 2500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जा रहा है. आवश्यकता पड़ने पर और पुलिसकर्मियों की तैनाती की जायेगी.
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आइजी ने प्रभारी एसएसपी को निर्देश दिया कि ट्रैफिक व्यवस्था पर विशेष ध्यान दें. एक खास समय में पिंडदानियों की भीड़ एक निश्चित स्थानों पर होती है. हर दिन अलग-अलग पिंडवेदियों पर कर्मकांड होने से वहां भीड़ अधिक लगती है. इस बाबत यह तैयारी कर लें कि किस दिन किस पिंडवेदी पर पिंडदान होगा और उसी के अनुसार सुरक्षा व यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने को लेकर तैयारी कर लें. इस दौरान लगाये जानेवाले वाच टावर के बारे में भी आइजी ने जानकारी ली.