Corona Alert, Corona Alert in Bihar: बिहार की राजधानी पटना (Patna) में लॉकडाउन के दौरान और लॉकडाउन खुलने के बाद ट्रैफिक पुलिस मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आई थी. लॉकडाउन जब अनलॉक में बदली तो जिंदगी धीरे-धीरे सामान्य हुई साथ ही बिना मास्क लगाए चलने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी शिथिल पड़ गई. हाल ही में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने पर एक बार फिर से पुलिस ने मास्क को लेकर सख्त रवैया अपना लिया है. पटना में लोग मास्क पहने इसके लिए प्रशासन लगातार जागरूकता अभियान चला रही है. मास्क नहीं पहनने वालों पर जुर्माना भी किया जा रहा है.
जिला प्रशासन के स्तर से इसके लिए चार टीमें पूर्व में ही गठित की गयी हैं. इसके अतिरिक्त विभिन्न स्तरों से भी जुर्माना किया जा रहा है. मास्क नहीं पहनने वालों से 50 रुपये जुर्माना लिया जाता है. इसके बावजूद लोगों में मास्क को लेकर जागरूकता की कमी दिख रही है और जुर्माने का डर भी नहीं है. बुधवार को पटना जिले में अलग-अलग जगहों से मास्क नहीं पहनने वालों से 14,650 रुपये जुर्माने के तौर पर वसूले गये.
पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि मास्क को लेकर आम लोगों को जागरूक होना होगा. मास्क को हमें अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाना होगा. मास्क नहीं पहनने वालों पर जुर्माना किया जा रहा है, आने वाले दिनों में और भी सख्ती की जायेगी.
इसके बावजूद शहर में लोग मास्क को लेकर लापरवाह बने हुए हैं. ज्यादातर लोग या तो मास्क नहीं लगा रहे हैं या गलत तरीके से लगा रहे हैं. मास्क को लेकर यह लापरवाही कोरोना के संक्रमण को जिले में बढ़ा सकती है. बुधवार को जब हमने शहर के कई जगहों का जायजा लिया तो पाया कि हर जगह मास्क को लापरवाही बरती जा रही है. पटना जंक्शन पर विभिन्न ट्रेनों में हमारी टीम जब गयी तो पाया कि बिना मास्क के लोग उसमें बैठे हैं.
जंक्शन पर सोशल डिस्टैंसिंग का पालन नहीं हो रहा. भीड़ में बिना मास्क के यात्री घूम रहे हैं. मीठापुर बस स्टैंड में भी यही स्थिति दिखी. बसों में बिना मास्क के यात्री बैठे रहते हैं. हद तो यह कि ड्राइवर और कंडक्टर भी बिना मास्क के रहते हैं. शहर में चलने वाले ऑटो और इ-रिक्शा में बिना मास्क के सवारी बैठी रहती है. यहां भी ड्राइवर बिना मास्क के रहते हैं.
देश में एक बार फिर जैसे-जैसे कोरोना अपने पैर पसार रहा है, वैसे-वैसे हाथ साफ करने के लिए सैनिटाइजर और हैंडवॉश की मांग भी बढ़ रही है. सैनिटाइजर और हैंडवॉश की बढ़ती मांग को देखते हुए दुकानदारों ने एक बार फिर रैक के बदले काउंटर पर हैंड सैनिटाइजर और हैंडवॉश रखने लगे हैं. साथ ही दुकानदारों ने स्टॉक भी करना शुरू कर दिया है.
राजधानी के मेडिकल स्टोर्स और जेनरल स्टोर्स में मास्क और हैंड सैनिटाइजर खरीदने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. दुकानदारों ने बताया कि पिछले माह तक हैंड सैनिटाइजर, हैंडवॉश और मास्क की मांग सामान्य थी, लेकिन जब से महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश और दिल्ली में कोरोना के मामले सामने आने शुरू हुए, इनकी मांग में इजाफा हुआ है.
Posted By: Utpal Kant