कोरोना का खौफ: बिहार के लिए सिरदर्द बने 22 विदेशी सहित 55 लोग, तलाश में जुटा प्रशासन
बिहार में तेजी से फैल रह कोराना संक्रमण से लोगों में दहशत का माहौल हो गया है. तबलीगी जमात में शामिल होने वालों में 55 लोग अभी भी बिहार पुलिस के लिए परेशानी का कारण बने हुए हैं. इसमें 22 विदेशी हैं.
पटना. बिहार में तेजी से फैल रह कोराना संक्रमण से लोगों में दहशत का माहौल हो गया है. तबलीगी जमात में शामिल होने वालों में 55 लोग अभी भी बिहार पुलिस के लिए परेशानी का कारण बने हुए हैं. इसमें 22 विदेशी हैं. इनकी तलाश में जुटी एटीएस, स्पेशल ब्रांच आदि सुरक्षा एजेंसियों के हाथ अभी खाली हैं. बिहार के 86 लोगों में 53 का ही पता चला है. बिहार में एक बाकी अन्य राज्यों में क्वारेंटिन हैं. पुलिस ने गुरुवार को दावा किया था कि 86 में अधिकांश को तलाश कर लिया गया है, लेकिन भौतिक सत्यापन में 33 लोग भूमिगत इनकी अभी खोज जारी है. डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि इन 33 लोग में नौ लोग बिहार के निवासी नहीं हैं. 10 लोगों का पता और नंबर ही गलत पाया गया. 12 लोगों के नंबर भी सही नहीं है. छह नंबर रिपीट हैं, छह नंबर गलत है. दो लेागों का नंबर नहीं मिला है. डीजीपी ने बताया कि इनके अलावा बंगाल के रहने वाले दो व्यक्तियों को पुलिस तलाश रही थी. उनमें एक डीएमसीएच में क्वारेंटिन है. दूसरा देवघर में है. वहां के एसपी को सूचना है.
राज्य में कोरोना को लेकर 1973 सैंपलों की जांच, 1940 की रिपोर्ट निगेटिव
कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य भर से सैंपल को लेकर जांच कराया जा रहा है. लैबोरेट्री को शुक्रवार तक कुल 1940 सैंपल जांच के लिए भेजा गया है. इन कुल सैंपलों में 1940 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव मिली है. सैंपल जांच में कुल 29 मरीजों में संक्रमण पाया गया है. जांच के लिए भेजे गये चार सैंपलों को रिजेक्ट कर दिया गया है. लैबोरेट्री में गुरुवार तक भेजे गये सभी सैंपल की जांच कर ली गयी है. कोरोना के संदेह में अब तक कुल 1124 लोगों को भर्ती कराया गया है. गुरुवार तक भर्ती होनेवाले लोगों की संख्या 946 थी. शुक्रवार को कुल 285 नये लोगों को संदेह के आधार पर अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. अस्पतालों में भर्ती होनेवाले मरीजों में जांच और इलाज के बाद कुल 839 को अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया. राज्य में अभी तक कोरोना से सिर्फ एक मरीज की मौत हुई है. कोरोना संक्रमण नियंत्रण के लिए राज्य में वर्तमान में कुल 6681 लोगों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया था. गुरुवार तक ऐसे 6242 लोगों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है.
ऑब्जर्वेशन में रखे गये है 6681 लोग
अररिया (दो), औरंगाबाद (55), सीतामढ़ी (सात), सारण (425), भागलपुर (135), सुपौल (सात), मधुबनी (109), मधेपुरा (21), भोजपुर (81), गया (135), सीवान (3105), गोपालगंज (705), पटना (158), पूर्वी चंपारण (269), पश्चिम चंपारण (99), किशनगंज (172), मुजफ्फरपुर (173), रोहतास (181), समस्तीपुर (105), वैशाली (छह), दरभंगा (345), पूर्णिया (तीन), कटिहार (तीन) नवादा (59), बेगूसराय (सात), नालंदा (206), बक्सर (पांच), मुंगेर (18), अरवल (एक), जहानाबाद (20), कैमूर (12), बांका (चार), लखीसराय (एक), शिवहर (चार), सहरसा (पांच) जमुई (एक) और खगड़िया (37) हैं. अभी तक ऑब्जर्वेशन में रखे गये 512 लोगों ने अपनी 14 दिनों की अवधि पूरी कर ली है.