आनंद तिवारी,पटना. पटना में कोरोना का ग्राफ तेजी से नीचे आता दिख रहा है और पॉजिटिविटी रेट भी नीचे आ गयी है. इधर कोरोना संक्रमण के नये मामले कम होते ही राजधानीवासी भी बेपरवाह हो गये हैं. आलम है कि लोग वे सर्दी-खांसी, बुखार की शिकायत तो डॉक्टरों से कर रहे हैं, लेकिन कोरोना की जांच नहीं करा रहे हैं.
बीते पांच दिनों से जिले के सरकारी व प्राइवेट सेंटर में करीब 60% लोग कम पहुंच रहे हैं. नतीजतन जिले में जहां रोजाना करीब 8500 से नौ हजार के बीच कोरोना जांच होती थी. अब संख्या घटकर 2500 से पांच हजार के बीच आ गयी है.
जिले में 52 से अधिक अस्पतालों में कोरोना की जांच की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के विगत 15 दिनों के आंकड़ों के अनुसार कोरोना संक्रमण के लिए संवेदनशील रहे बाढ़, संपतचक, फुलवारीशरीफ, पंडारक, मसौढ़ी जैसे प्रखंडों में जांच संख्या ज्यादा है. इसके विपरीत पटना सदर के शहरी क्षेत्र में यह संख्या कम हुई है.
पटना के पीएमसीएच, एम्स और न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में कोरोना की जांच सबसे अधिक होती है. पीएमसीएच में एक दिन में रोजाना करीब एक हजार से 1200 तो गार्डिनर रोड अस्पताल में एक दिन में 500 से अधिक जांच होती है. जब मामले बढ़ जाते हैं, तो जांच की संख्या भी उसी अनुपात में काफी बढ़ जाती है. पटना न्यू गार्डिनर रोड हॉस्पिटल में पड़ताल के दौरान जांच की संख्या 70% से भी कम दिखी है. टेस्टिंग करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों कहना है कि पहले लोगों की लंबी लाइन लगी रहती थी लेकिन अब तो भीड़ ही नहीं है.
तारीख एंटीजन आरटीपीसीआर ट्रूनेट कुल जांच
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23 जनवरी 1189 1355 4 2548
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24 जनवरी 2712 2847 5 5564
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25 जनवरी 2393 2504 3 4900
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26 जनवरी 526 834 3 1363
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27 जनवरी 2136 2211 4 4351
कुल 5 दिनों का जांच 8956 9751 19 18726
सिविल सर्जन डॉ विभा सिंह ने कहा कि बीते एक सप्ताह से लोग सेंटर पर कम जांच कराने आ रहे हैं. मेरी अपील है कि अधिक से अधिक लोग अपने नजदीकी सेंटर पर पहुंच कोविड की जांच कराएं. हालांकि, जो लोग जांच करा रहे हैं, उनकी सही रिपोर्ट के लिए आरटीपीसीआर जांच की संख्या बढ़ा दी गयी है.