पटना. बिहार में कोरोना केस नहीं बढ़ें, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है. पटना एयरपोर्ट और पटना रेलवे स्टेशन पर एक बार फिर से कोरोना जांच टीम को सक्रिय कर दिया गया है. बाहर से आने वाले यात्रियों का रेंडम कोविड टेस्ट करने का स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्देश दिया गया है. पटना एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर लगातार आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही है. प्रदेश में बीते 24 घंटे में 50,873 सैंपल की जांच में कोविड के एक नए मरीज पाये गये हैं. एक केस भागलपुर में मिला है, फिलहाल प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या 17 है. बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 98.553 है.
मुजफ्फरपुर जिले के पीएचसी में कोरोना जांच व टीकाकरण में प्रभारी रुचि नहीं ले रहे है. इस कारण न ही सौ फीसदी टीकाकरण हो रहा है और न ही कोरोना जांच का लक्ष्य ही पूरा हो रहा है. ऐसे में कोरोना टीकाकरण और जांच का लक्ष्य पूरा नहीं होने पर सीएस डॉ उमेश चंद्र शर्मा ने पांच प्रखंडों के चिकित्सा पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है. इन प्रखंडों में तीन सौ से कम जांच की जा रही है. इसके अलावा टीकाकरण की संख्या भी कम है. सीएस ने कहा कि हर पीएचसी को पांच सौ कोरोना संदिग्धों की जांच हर दिन करनी है.
दूसरे राज्यों से आ रहे लोग कोरोना जांच के दौरान अपना नाम व मोबाइल नंबर गलत दर्ज करा रहे है. ऐसे में अगर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो उनसे सपर्क भी नहीं हो पायेगा. रेलवे स्टेशन पर हो रही जांच में ऐसे 10 नंबर गलत मिले है. लखनऊ से आने वाले एक मरीज की जांच की गयी थी, जिसमें उसने अपना पता नहीं लिखा था, जब फोन किया गया तो दूसरे का नंबर बताया गया. जनका नंबर था, वह ब्रह्मपुरा का रहने वाला है और कहीं ट्रेवल भी नहीं किया है. उसने कोरोना जांच भी नहीं करायी है. अब स्वास्थ्य विभाग उनकी तलाश में जुटा है, जिन्होंने अपना नंबर व नाम गलत दर्ज कराया है.