गया. शहर के दक्षिणी क्षेत्र स्थित विष्णुपद मंदिर प्रांगण में बीते 71 वर्षों से श्रीराम विवाह का भव्य आयोजन होता आ रहा है.
इस वर्ष भी 18 दिसंबर से दो दिवसीय श्री राम विवाह उत्सव की तैयारी शुरू कर दी गयी है. लेकिन, बीते वर्षों की तरह इस बार श्रीराम विवाह के आयोजन में भव्यता नहीं होगी.
श्री विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के तत्वावधान में आयोजित उक्त कार्यक्रम श्रीराम विवाह से एक दिन पहले यानी माघ शुक्ल पक्ष चौथी तिथि को बैंड-बाजे व फाटक के साथ श्रीराम की भव्य बरात विष्णुपद मंदिर परिसर से बीते वर्ष तक निकाली गयी थी.
श्रीराम के इस बरात में शहर के काफी लोग बराती के रूप में शामिल होकर नाचते-गाते थे. बरात विष्णुपद मंदिर परिसर से निकलकर चांदचौरा, रामसागर रोड, जीबी रोड, चौक सहित शहर के कई प्रमुख मार्गों से होते हुए पुनः विष्णुपद लाैैटती है.
लेकिन, इस वर्ष कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के कारण गाजे बाजे के साथ श्रीराम की बरात नहीं निकाली जायेगी. समिति के सचिव गजाधर लाल पाठक व सदस्य महेश लाल गुप्त ने बताया कि कोरोना के कारण इस वर्ष 18 दिसंबर को श्रीराम की बरात की औपचारिकता पूरी की जायेगी.
मंदिर परिसर से बिना बैंड बाजा के केवल झाल-करताल के साथ श्रीराम की बरात निकाली जायेगी. बरात में काफी कम लोग शामिल होंगे. श्री गुप्त ने बताया कि बरात विष्णुपद मंदिर के आसपास भ्रमण कर पुनः मंदिर पहुंचकर समाप्त हो जायेगी.
अगले दिन 19 दिसंबर को दोपहर बाद हिंदू रीति-रिवाज व धार्मिक परंपरा के साथ श्रीराम विवाह आयोजित किया जायेगा. कार्यक्रम में काफी कम लोगों को शामिल होने की व्यवस्था की गयी है.
मास्क लगाकर सोशल डिस्टैंसिंग मेटेन करते हुए कार्यक्रम में श्रद्धालुओं को शामिल किया जायेगा. श्रीराम विवाह संपन्न होने के बाद मौजूद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया जायेगा.
Posted by Ashish Jha