गुरवार को पटना में कोरोना से दो और लोगाें की मौत हो गयी. इनमे एक मरीज एम्स में और एक मरीज एनएमसीएच में भर्ती थे. इधर, गुरुवार को पटना जिले में कोरोना के 2275 नये मरीज पाये गये है. राहत की बात यह है कि इनमे अधिकांश मरीज होम कोरेंटिन में ही है. वही विगत पांच दिनों से जिले में लगातार दो हजार के पार कोरोना के नये मरीज चिह्नत किये जा रहे है. इनमे 60 प्रतिशत पुरष व 40 प्रतिशत महिलाएं शामिल है. कुल संक्रमित मरीजों में तीन प्रतिशत बच्चे व करीब सात प्रतिशत किशोर है. कांटेक्ट टरेसिंग के दौरान 621 सर्वाधिक संक्रमित मिले है. 24 घंटे के अंदर 750 से अधिक लोगों ने कोरोना को मात दी है.
हल्के लक्षण आने पर जांच कराने के बाद 378 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. जबकि 302 ऐसे संक्रमित है, जिनकी सर्विलांस के दौरान यात्रा का इतिहास पता चला है. 15 हजार एक्टिव मरीज पटना जिले में है. इनमे आइजीआइएमएस, पीएमसीएच और पटना एम्स में सिर्फ कुल 82 मरीज भर्ती है. वही 24 घंटे के अंदर शहर के पीएमसीएच में पांच, आइजीआइएमएस में पांच, आइजीआइसी में दो और नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आठ डॉक्टर कोरोना संक्रमित हुए है.
पटना एम्स 20 मरीजों को कोरोना से स्वस्थ हो जाने पर डिस्चार्ज किया गया. इसके अलावा 28 नये मरीजों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव निकली है. जिन्हे एम्स में भर्ती कराया गया है. वही एनएमसीएच से 11 मरीजों को उपचार के बाद स्वास्थ्य ठीक होने पर घर भेजा गया है. घर भेजे गये मरीजों में नौ पटना के है, जबकि एक भोजपुर और दूसरा वैशाली का रहने वाला है. श्री गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में गुरुवार को 190 कोविड मरीजों की जांच हुई. जांच में 35 की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है.
नोडल कोरोना ऑफिसर डॉक्टर संजीव कुमार के अनुसार पिछले 24 घंटों में एम्स के 72 स्टाफ पॉजिटिव पाये गये है. जिनमें दो फैकल्टी सहित 15 डॉक्टर शामिल है. 12 रेजिडेंट और एक इंटर्न के साथ ही 37 नर्स भी पॉजिटिव है. एम्स में अब तक 607 स्टॉफ कोरोना पॉजिटिव हो चुके है, जिनमे 53 सीनियर रेजिडेंट, 101 जूनियर रेजिडेंट, 20 इंटर्न, 313 नर्स, 45 टेक्निकल स्टाफ, 24 सेक्रेटेरिएट स्टाफ, 23 अटेडेंट एवं 15 हाउसकीपिंग स्टाफ शामिल है. इधर, पटना विवि के कुलपति प्रो गिरीश कुमार चौधरी का ड्राइवर धर्मेंद्र कुमार व एक अन्य कर्मी सुबोध कुमार दास कोरोना पॉजिटिव हो गये है. दोनों फिलहाल होम आइसोलेशन में है.