प्रभात खबर पड़ताल : बढ़ रहे कोरोना के संक्रमित, पर पटना में लोग सचेत नहीं, बिना मास्क पहुंच रहे अस्पतालों में
पटना में बीते 15 दिनों से रोजाना 20 से अधिक मरीज मिलने लगे हैं. लेकिन यहां लोगों में कोरोना को लेकर कई तरह की लापरवाही दिख रही है. अस्पतालों में आने वाले मरीज, परिजन से लेकर स्वास्थ्य कर्मचारी बिना मास्क के घूम रहे हैं. ऐसे में इस लापरवाही से आगे कोरोना की लहर आ सकती है
आनंद तिवारी, पटना. एक तरफ दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान समेत कई राज्यों के कुछ शहरों में कोरोना संक्रमित तेजी से बढ़ रहे हैं, तो दूसरी ओर पटना में कोरोना को लेकर कई तरह की लापरवाही दिख रही है. शहर के पीएमसीएच, गार्डिनर रोड अस्पताल, आइजीआइएमएस, एनएमसीएच, राजवंशी नगर एलएनजेपी हड्डी अस्पताल आदि अस्पतालों में आने वाले मरीज, परिजन से लेकर स्वास्थ्य कर्मचारी बिना मास्क के घूम रहे हैं. जबकि पटना में भी बीते 15 दिनों से रोजाना 20 से अधिक मरीज मिलने लगे हैं. विशेषज्ञ डॉक्टरों के अनुसार इस लापरवाही से आगे कोरोना की लहर आ सकती है. वर्तमान में पटना जिले में 115 से अधिक केस एक्टिव हैं.
पीएमसीएच
पीएमसीएच में ओपीडी के बाहर और रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मरीजों की भारी भीड़ के बीच दो से तीन लोग ही मास्क में दिखे. ओपीडी में शुक्रवार को डॉक्टरों के चेंबर के सामने मरीजों की लंबी भीड़ थी. चेंबर के बाहर ड्यूटी दे रहे कर्मचारी बार-बार मास्क लगाकर अंदर जाने को बोल रहे थे, लेकिन कुछ मरीज जबरदस्ती अंदर चले गये, तो कुछ मरीज ऐसे भी थे, जो मास्क के बजाय गमछा बांध कर डॉक्टर के चेंबर में घुसते नजर आये. वहीं कुछ लोग मखनियां कुआं गेट के पास मास्क बेच रहे, फेरीवाले से मास्क खरीदते देखे गये. यहां लोगों की लापरवाही के सामने सिस्टम पूरा फेल दिखा.
आइजीआइएमएस
आइजीआइएमएस में मास्क को लेकर सख्ती तो दिखी, लेकिन यहां के सुरक्षा गार्ड से लेकर नर्स व पैथोलॉजी सेंटर में बैठे कुछ कर्मचारियों ने ही मास्क नहीं पहना था. हालांकि ओपीडी में शुक्रवार को डॉक्टरों ने बिना मास्क पहने मरीज को देखने से मना कर दिया. उसके बाद सभी लोग पावर ग्रिड की ओर से बनाये गये धर्मशाला व मेन गेट के पास खड़े फेरीवाले व आसपास की दुकानों पर भीड़ लगाते दिखे. वर्तमान में यहां मास्क को लेकर एनाउंसमेंट नहीं हो रहा है.
न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल
न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मरीज बिना मास्क के कतार में लगे दिखे. लेकिन डॉक्टर के पास जाने से मनाही होने पर मास्क पहनकर ही डॉक्टर के पास गये. यहां के सुरक्षाकर्मी व नर्स मास्क तो पहनी हुई थीं, लेकिन कोविड का सैंपल लेने वाले कुछ स्वास्थ्यकर्मी भी बिना मास्क के दिखे.
अस्पतालों के लिए क्या हैं निर्देश
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अस्पताल के ओपीडी व परिसर के पब्लिक प्लेस वाले स्थानों पर मास्क को अनिवार्य है.
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साफ-सफाई रखी जाए, बिना मास्क एंट्री न दी जाये
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पर्चा काउंटर, जांच काउंटर, मेडिकल स्टोर पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाये
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लक्षणयुक्त मरीजों की कोविड जांच करायी जाये
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साथ ही जनता को कोविड-19 से बचाव के लिए प्रचार-प्रसार सामग्री के माध्यम से जागरूक किया जाये
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हालांकि मास्क नहीं लगाने पर किसी जुर्माने का अभी प्रावधान नहीं किया गया है.
करें इस दिशा निर्देश का पालन
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हर आधे घंटे में सैनिटाइजर से हाथ साफ करें या हैंडवाश और साबुन से हाथ धोएं
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शारीरिक दूरी का पालन करें
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बिना मास्क पहने घर से न निकलें
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भीड़ वाली जगह पर जाने से बचें
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लक्षण आने पर तत्काल स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दें
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पौष्टिक भोजन का सेवन करें
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बेवजह घर से न निकलें
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लक्षण दिखने पर जांच कराने का निर्देश
सिविल सर्जन डॉ श्रवण कुमार ने बताया कि कोविड के बढ़ते मामले को देखते हुए जिले के सभी सरकारी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है. मॉक ड्रिल भी करायी जा रही है. सर्दी-जुकाम, बुखार या फ्लू के लक्षण होने पर घर पर ही क्वारंटीन रहने और लक्षण दिखते ही तुरंत कोविड जांच कराने के लिये निर्देश दिये गये हैं. अस्पतालों में मास्क अनिवार्य कर दिया गया है.