आयुष्मान भारत योजना से जुड़ा कोरोना का इलाज, मरीजों को मिलेगी बड़ी राहत

कोरोना वायरस से पूरी दुनिया इस समय जूझ रही है. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये पूरा देश में 22 मार्च से लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. इसके बाद भी कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या देश में लगातार बढ़ती जा रही है. जिसे लेकर केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस से निपटने के लिये बड़ा फैसला लिया है.

By Radheshyam Kushwaha | April 8, 2020 7:33 AM
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बिहारशरीफ : कोरोना वायरस से पूरी दुनिया इस समय जूझ रही है. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये पूरा देश में 22 मार्च से लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. इसके बाद भी कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या देश में लगातार बढ़ती जा रही है. जिसे लेकर केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस से निपटने के लिये बड़ा फैसला लिया है. अब कोरोना का इलाज आयुष्मान भारत योजना से जोड़ दिया गया है. अब इस योजना का लाभ कोरोना पीड़ित मरीजों को मिल सकता है. बता दें कि भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि कोरोना महामारी से देशवासियों को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार लगातार नये-नये कदम उठा रही है. मोदी सरकार ने कोरोना संक्रमण की जांच एवं इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत कराने की मंजूरी दे दी है. हालांकि इसके पहले से ही सरकारी अस्पतालों में कोरोना वायरस की जांच और इलाज मुफ्त में किया जा रहा है.

अब इस योजना के लाभार्थी निजी लैब में भी कोरोना की जांच एवं इलाज करा सकते हैं. भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि कोरोना संकट से देश को मुक्ति दिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रात-दिन काम कर रहे हैं. उनकी पहली प्राथमिकता देशवासियों को कोरोना से बचाना एवं जरूरतमंद लोगों को आवश्यक वस्तुएं एवं सेवाएं उपलब्ध कराना है. इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी विशेषज्ञों की कोर टीमों के साथ हर रोज 17 से 18 घंटे तक काम कर रहे हैं. वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर हालात की समीक्षा कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी की सजगता एवं तत्परता का परिणाम है कि विश्व के विकसित देशों की तुलना में भारत में कोरोना का कहर कम देखने को मिल रहा है. उनके सबल व दूरदर्शी नेतृत्व एवं लोगों की एकजुटता से निश्चय ही इस जंग में जीत हमारी होगी.

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में मंगलवार को कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले बढ़कर 4789 हो गये है, जबकि 124 लोगों की मौत हो गई है. साथ ही मंत्रालय ने संक्रमित मरीजों की त्वरित चिकित्सा सुविधा को सुनिश्चित करने के लिये तीन स्तरीय प्रबंधन तंत्र लागू किया है. मंत्रालय ने मंगलवार को नियमित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 508 नये मामले सामने आये हैं, जबकि इस दौरान 13 लोगों की मौत हुई. वहीं, 353 मरीजों को इलाज के बाद स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी.

बिहार में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 34

बिहार में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 34 हो गयी. दो दिनों तक किसी भी व्यक्ति में कोविड-19 पॉजिटिव नहीं पाया गया था. मंगलवार को जांच के बाद सीवान के संक्रमित व्यक्ति के परिवार में उसकी मां और पत्नी कोविड-19 पॉजिटिव हो गयी है. मां की उम्र 45 साल और पत्नी की उम्र 22 वर्ष है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि दो दिनों के बाद मंगलवार को सीवान में एक परिवार के दो सदस्यों में कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया है. अरब देशों से 21 मार्च को सीवान लौटे युवक के परिवार के दोनों सदस्यों की जांच के बाद मंगलवार को रिपोर्ट प्राप्त हुई है. उन्होंने बताया कि अभी तक राज्य के 10 जिलों में कोरोना पॉजिटिवों की संख्या 34 हो गयी है. इसमें मुंगेर में सात, सीवान में आठ, पटना में पांच, गया में पांच, गोपालगंज में तीन, नालंदा में दो, बेगूसराय में एक, सारण में एक, लखीसराय में एक और भागलपुर में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव हुआ है.

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