कोरोना : संदेह में म्यांमार का व्यक्ति भर्ती
कोरोना वायरस के संदेह पर म्यांमार के फिर एक व्यक्ति को मगध मेडिकल आइसोलेशन वार्ड में रविवार को भर्ती कराया गया. इससे पहले भी 18 फरवरी को म्यांमार से आये क्यावा नामक युवक को कोरोना के संदेह पर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था.
गया : कोरोना वायरस के संदेह पर म्यांमार के फिर एक व्यक्ति को मगध मेडिकल आइसोलेशन वार्ड में रविवार को भर्ती कराया गया. इससे पहले भी 18 फरवरी को म्यांमार से आये क्यावा नामक युवक को कोरोना के संदेह पर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था. अब तक मगध मेडिकल अस्पताल में आधा दर्जन संदिग्ध मरीज को भर्ती कराया गया. लेकिन, पिछले सभी मरीज की रिपोर्ट निगेटिव आयी.
सिविल सर्जन डॉ ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि रविवार को एयरपोर्ट पर म्यांमार का फ्लाइट आने के बाद यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही थी. वहां म्यांमार के करीब 50 वर्षीय हलातीन को बुखार व सर्दी-खांसी की शिकायत पायी गयी. वहां मौजूद डॉक्टरों के टीम को कोरोना वायरस के अटैक का संदेह होने पर हलातीन को मगध मेडिकल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया.
कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट निगेटिव, एक भर्ती
पटना सिटी. नालंदा मेडिकल कॉलेज में बने आइसोलेशन वार्ड में शनिवार की शाम भर्ती किये गये संदिग्ध मरीज की जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी है. हालांकि रविवार को जांच के लिए एक और संदिग्ध युवती को भर्ती किया गया है. कॉलेज के प्राचार्य डॉ विजय कुमार गुप्ता बैंकाक से आये बेगूसराय के पीपरा गांव निवासी मरीज की जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी है.
दूसरी ओर दिल्ली से आयी पटना के शास्त्री नगर में रहने वाली एक संदिग्ध छात्रा को भी भर्ती किया गया है. भर्ती छात्रा की बीमारी की जांच का नमूना संग्रह किया गया. विभागाध्यक्ष ने बताया कि संग्रहित नमूने को आरएमआरआइ में जांच के लिए भेजा गया है. दूसरी ओर मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ उमाशंकर प्रसाद व नोडल पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि इस रिपोर्ट के उपरांत संदिग्ध मरीज के दूसरी जांच करायी गयी है.
विदेशों से आये सात यात्रियों को किया गया चिह्नित
पटना. पटना एयरपोर्ट पर रविवार को आने वाले सात यात्रियों को कोरोना वायरस के संदेह में चिन्हित किया गया है. ये सभी यात्री पिछले दिनों विदेशों से आये हैं. इनमें से चार पटना के हैं, दो मुजफ्फरपुर और एक समस्तीपुर के हैं. इन यात्रियों में कोरोना वायरस का कोई लक्षण नहीं था, इसके कारण इन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया है.
फिलहाल ये अपने घर पर ही रहेंगे. इन्हें सलाह दी गयी है कि अगर कोरोना वायरस का लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं. इन सात यात्रियों में एक ब्रिटेन, दो ऑस्ट्रेलिया, एक घाना, दो ताइवान और एक इंडोनेशिया से आया है. वहीं कोरोना का आतंक डॉक्टरों पर भी दिख रहा है. आइजीआइएमएस में एसोसिएशन ऑफ फिजिशियंस ऑफ इंडिया की होने वाली 30वीं वार्षिक कॉन्फ्रेंस की तिथि आगे बढ़ा दी गयी है. यह 13 से 15 मार्च तक चलने वाली थी.