उचकागांव व भोरे के कोरोना पॉजिटिव मरीज का सदर अस्पताल में शुरू हुआ इलाज
कोरोना के पॉजिटिव मरीजों की संख्या तीन हो गयी है. नये मरीज की पुष्टि गुरुवार की रात उचकागांव व भोरे में हुई. एंबुलेंस लेकर पहुंची टीम रात में ही दोनों मरीजों को सदर अस्पताल लेकर आयी. सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दोनों मरीजों को भर्ती किया गया है. सदर अस्पताल के डॉक्टर पॉजिटिव मरीजों की इलाज में जुटे हैं.
गोपालगंज. कोरोना के पॉजिटिव मरीजों की संख्या तीन हो गयी है. नये मरीज की पुष्टि गुरुवार की रात उचकागांव व भोरे में हुई. एंबुलेंस लेकर पहुंची टीम रात में ही दोनों मरीजों को सदर अस्पताल लेकर आयी. सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दोनों मरीजों को भर्ती किया गया है. सदर अस्पताल के डॉक्टर पॉजिटिव मरीजों की इलाज में जुटे हैं. यह नई व्यवस्था सिविल सर्जन डॉ नंदकिशोर सिंह की पहल पर की गयी है. पहले कोरोना वायरस के संदिग्ध या पॉजीटिव मरीज मिलने पर इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता था, लेकिन शुक्रवार से व्यवस्था में बदलाव हुआ. सिविल सर्जन की माने तो मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों से सलाह लेकर इलाज की व्यवस्था यही पर की गयी है. पटना मेडिकल कॉलेज से दोनों मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर विशेष एंबुलेंस पीड़ितों को लाने के लिए भेजा गया.
पूरी रात स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीजों की इलाज के इंतजाम में जुटी रही. वहीं इस नयी व्यवस्था के शुरू होने से मरीजों को राहत मिली है. मिलने-जुलने पर लगी है रोक आइसोलेशन वार्ड में किसी के घूसने या मरीज से मिलने-जुलने पर पूर्ण रूप से पाबंदी है. सुरक्षा गार्ड की तैनात बाहर की गयी है. मरीज की रूटीन चेकअप में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम भी जायेगी. डॉक्टर और कर्मियों को सुरक्षा के लिए पीपीइ किट सहित अन्य जरूरी उपकरण दिये गये हैं. दो आइसोलेशन वार्ड है चालू सदर अस्पताल के परिसर में अलग-अलग दो बिल्डिंग में दो आइसोलेशन वार्ड चालू है. इमरजेंसी के पास की बिल्डिंग में पांच बेड का आइसोलेशन वार्ड है, जबकि नशामुक्ति केंद्र की बिल्डिंग में छह बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. कुल 11 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार है. जरूरत पड़ी, तो बढ़ेगा आइसोलेशन वार्ड स्वास्थ्य विभाग ने साफ कर दिया है कि कोरोना के मरीजों की इलाज में किसी तरह की कोताही नहीं करनी है. मरीजों की संख्या बढ़ी, तो आइसोलेशन वार्ड की संख्या बढ़ा दी जायेगी.
फिलहाल सदर अस्पताल में दो आइसोलेशन वार्ड बना है, जिसमें 11 मरीज भर्ती हो सकते हैं. विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगी नोडल ऑफिसर डॉ कैप्टन एसके झा के नेतृत्व में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम को लगाया गया है. आइसोलेशन में रखे गये मरीजों की देखभाल के अलावा भोजन और पानी की व्यवस्था भी की गयी है. गाइडलाइन के अनुसार चेकअप और दवाएं दी जा रही है. संदिग्धों की स्क्रीनिंग भी हुई सदर अस्पताल में पहुंचे संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग की गयी. विभिन्न राज्यों से आये दो दर्जन से अधिक युवकों ने स्क्रीनिंग कराई. इंफ्रारेड थर्मामीटर से स्क्रीनिंग करने के बाद क्वारेंटिन में रहने की सलाह दी गयी. स्वास्थ्यकर्मी एक-एक लोगों को जागरूक कर रहे थे. खाली कराया गया कैंपस सदर अस्पताल के कैंपस में इमरजेंसी, लेबर वार्ड, एसएनसीयू में भर्ती मरीजों के साथ आये परिजनों को कैंपस से बाहर भेज दिया गया. अस्पताल प्रशासन की ओर से एक मरीज के साथ एक ही अटेंडेंड के आने की जानकारी दी जा रही थी. कोरोना मरीजों के भर्ती होने के बाद सावधानी बरती जा रही.