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बिहार में बढ़ा कोरोना का खतरा, गया में 6 लोग मिले पॉजिटिव, जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए सैंपल

गया जिले में छह लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी है. इनके सैंपल 29, 28, 27 व 26 दिसंबर को लिये गये थे. पॉजिटिव मिले लोगों में पांच स्थानीय हैं, जबकि एक व्यक्ति औरंगाबाद का है. सभी सैंपलों को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए पटना के आइजीआइएमएस भेजा गया है, ताकि कोरोना के वैरिएंट का पता लगाया जा सके.

By Prabhat Khabar News Desk | December 30, 2023 9:42 PM
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Corona Virus In Bihar: कोविड के नए वैरिएंट जेएन-1 के सामने आने के बाद से एक बार फिर बिहार में कोरोना का खतरा बढ़ गया है. शनिवार को गया जिले में छह लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी है. जिसके बाद हड़कंप मच गया है. सभी मरीजों की उम्र 20 वर्ष से नीचे हैं. आरटीपीसीआर जांच से पुष्टि होने के बाद सभी को होम आइसोलेशन में रखा गया है. साथ ही संक्रमित मरीजों के सैंपलों को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए पटना के आइजीआइएमएस भेजा गया है.

6 लोग मिले कोरोना पॉजिटिव

जानकारी के अनुसार, सभी संक्रमितों के सैंपल 29, 28, 27 व 26 दिसंबर को लिए गए थे. पॉजिटिव मिले लोगों में पांच गया के हैं, जबकि एक व्यक्ति औरंगाबाद का है. संक्रमित लोगों में वजीरगंज के सकरदास नवादा, बेलागंज व शहर के टिकारी रोड के एक-एक संक्रमित हैं. इसके अलावा 27 दिसंबर को लिये गये सैंपल में भी दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव है. इसमें एक इमामगंज व एक आमस का व्यक्ति है. वहीं, 26 दिसंबर को औरंगाबाद का एक व्यक्ति ओपीडी में सैंपल देकर गया था, उसकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आयी है. सभी के फोन नंबर पर रिपोर्ट के बारे में बता दिया गया है और होम आइसोलेशन में रखा गया है.

पॉजिटिव मरीजों की उम्र 20 वर्ष से नीचे

सिविल सर्जन डॉ रंजन कुमार सिंह ने बताया कि सभी सैंपलों को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए पटना के आइजीआइएमएस भेजा गया है, ताकि कोरोना के वैरिएंट का पता लगाया जा सके. साथ ही संक्रमण से बचने लिए लोगों काे सतर्क रहने की अपील की जा रही है. पॉजिटिव आये मरीजों की उम्र 20 वर्ष से नीचे ही है.

संक्रमित मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं

सिविल सर्जन ने बताया कि अस्पताल में सर्दी-खांसी के शिकार मरीजों के पहुंचने पर कोरोना जांच का निर्देश दिया गया है. अब तक पॉजिटिव मिले मरीजों में किसी की ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है. अस्पतालों के अलावा एयरपोर्ट पर रैंडम जांच की जा रही है. हालांकि संक्रमण से किसी तरह के परेशान होने की जरूरत नहीं है. विषम परिस्थितियों से निबटने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार है. सभी अस्पतालों को अलर्ट रखा गया है.

सर्दी-खांसी के मरीज चिकित्सक से पूछ रहे- मुझे कोरोना तो नहीं है …

इधर, विभिन्न अस्पतालों के ओपीडी में सर्दी-खांसी और बुखार के मरीज चिकित्सक से इलाज के दौरान पूछ रहे हैं कि कहीं उन्हें कोरोना तो नहीं हो गया है. अस्पताल पहुंच रहे सैकड़ों मरीजों में से 80 प्रतिशत मरीज एक ही सवाल पूछ रहे हैं- सर सर्दी-खांसी हो रही है, कहीं मुझे कोरोना वायरस का संक्रमण तो नहीं है. इस पर पैरामेडिकल स्टाफ और डॉक्टर उन्हें समझाते हैं कि साधारण सर्दी-जुकाम कोरोना के लक्षण नहीं हैं. डॉक्टर सलाह दे रहे हैं कि दवा खाइये, ठीक हो जायेगा.

इन जिलों में मिले हैं कोरोना संक्रमित

देश में कोरोना के नए वेरिएन्ट के मरीज मिलने के बाद बिहार स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट है. इस संबंध में सभी जिलों के सिविल सर्जन को निर्देश भी दिए जा चुके हैं. जिसके बाद लगातार कोरोना जांच की जा रही है. जिसकी वजह से अलग-अलग जिलों से कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. अब कोरोना के तीन मरीज पटना में, जबकि एक मरीज सासाराम और एक मुजफ्फरपुर में पाया गया था. वहीं, अब कोरोना ने गया में भी दस्तक दे दी है. पटना, गया और दरभंगा एयरपोर्ट पर रैंडम सैंपलिंग भी की जा रही है.

एम्स व आइजीआइएमएस में सर्जरी से पहले कोरोना जांच अनिवार्य

कोरोना की वजह से अस्पतालों में सर्जरी को लेकर भी एहतियात बरता जा रहा है. पटना एम्स और आइजीआइएमएस में अब सर्जरी से पहले मरीज की कोरोना जांच अनिवार्य कर दी गयी है. इसको लेकर एम्स के निदेशक व आइजीआइएमएस के निदेशक की ओर से आदेश भी जारी कर दिया गया. जनरल सर्जरी, ऑर्थो सर्जरी, नाक, कान गला रोग और नेत्र रोग में होने वाली सर्जरी से पहले मरीज की कोविड जांच करायी जायेगी. आरटीपीसीआर जांच में निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद मरीज की सर्जरी करने का निर्देश जारी कर दिया गया है, साथ ही ओपीडी व भर्ती के समय मास्क अनिवार्य किया जा चुका है.

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