कोरोना का खौफ: मुंबई से पाटलिपुत्र जंक्शन पहुंचे हजारों यात्री बिना स्क्रीनिंग के रवाना, संक्रमण का खतरा

मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक मामले होने के बावजूद यात्रियों के लिए स्क्रीनिंग की कोई व्यवस्था नहीं की गयी थी

By Radheshyam Kushwaha | March 25, 2020 6:52 AM

पटना. बिहार की राजधानी पटना में कोराना वायरस को लेकर दहशत दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. सोमवार की सुबह पाटलिपुत्र जंक्शन पहुंची मुंबई-पाटलिपुत्र एक्सप्रेस के हजारों यात्री बिना स्क्रीनिंग ही रवाना हुए. मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक मामले होने के बावजूद यात्रियों के लिए स्क्रीनिंग की कोई व्यवस्था नहीं की गयी थी. स्थिति यह रही कि यात्री स्क्रीनिंग कराने को लेकर स्टेशन मास्टर, आरपीएफ व जीआरपी से कहते रहे. इसके बावजूद जंक्शन पर स्क्रीनिंग नहीं की जा सकी. यह ट्रेन 21 मार्च की रात 11:30 बजे मुंबई से खुली थी.

रेलमंडल अस्पताल में की गयी स्क्रीनिंग

मुंबई से पाटलिपुत्र जंक्शन आये ट्रेन के कोच अटेडेंट रवींद्र यादव को सफर के दौरान खांसी व बुखार हो गया. इससे रवींद्र काफी डरे हुए थे. जैसे ही ट्रेन जंक्शन पहुंची, तो स्टेशन मास्टर से शिकायत की. लेकिन, स्टेशन मास्टर ने बहुत सहयोग नहीं किया. फिर दानापुर कंट्रोल रूम को सूचना दी गयी, तो आरपीएफ जवान के साथ रेलमंडल अस्पताल भेजा गया, जहां स्क्रीनिंग की गयी.

स्क्रीनिंग नहीं होने से संक्रमण फैलने का खतरा

मुंबई में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. इस संक्रमण से बचने के लिए बड़ी संख्या में बिहार के लोग लौटने लगे. इनमें कौन संक्रमित है और कौन संक्रमित नहीं है. इसकी पहचान करना जरूरी है. लेकिन, रेलवे व जिला प्रशासन ने इसको जरूरी नहीं समझा और रेलयात्रियों को भगवान भरोसे जाने दिया. मुंबई-पाटलिपुत्र एक्सप्रेस से उतरे हजारों की संख्या में रेलयात्रियों से संक्रमण फैलने का डर लोगों को सता रहा है.

केरल से आयी ट्रेन को आउटर पर किया खड़ा, कई यात्री हुए फरार

केरल से बिहारियों को लेकर चली एर्नाकुलम एक्सप्रेस बुधवार को सुबह करीब दानापुर स्टेशन पर 9.40 पर प्लेटफॉर्म पर पहुंची. लेकिन स्टेशन मास्टर की लापरवाही से ट्रेन को आउटर पर रोक दिया. इससे बिना जांच कराये ही करीब 100 यात्री फरार हो गये. इसकी सूचना आरपीएफ व स्थानीय पुलिस को मिली तो त्वरित कार्रवाई करते हुए आउटर पर पहुंच करीब 3500 यात्रियों को पकड़ उनकी जांच कराकर छोड़ा गया. हालांकि कोई संदिग्ध नहीं मिला. स्टेशन अधीक्षक दानापुर एसपी सिंह ने बताया कि दो नंबर प्लेटफाॅर्म पर अप में माल गाड़ी आ रही थी. इसलिए सिग्नल नहीं मिला तो आउटर पर दो-तीन मिनट के लिए ट्रेन को रोका गया था. गौरतलब है कि करीब तीन दिनों से महाराष्ट्र से चार स्पेशल ट्रेनों से आने वाले सभी यात्रियों को उतार कर उनकी जांच करा उन्हें निःशुल्क बसों द्वारा भेजने की व्यवस्था की गयी थी.

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