पटना. राज्य में कोरोना टीकाकरण के दूसरे दिन सोमवार को 298 सेंटरों पर कुल 14,745 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन दी गयी. इस प्रकार दो टीकाकरण दिवसों अब तक कुल 33,253 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन का पहला डोज दे दिया गया है.
राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि सोमवार को 14,463 स्वास्थ्य कर्मियों कोविशील्ड और 282 को कोवैक्सीन टीका दिया गया. कोविशिल्ड के अब तक 32,706 डोज और कोवैक्सीन के 547 डोज दिये जा चुके हैं.
उन्होंने बताया कि कोविड का टीका पूरी तरह से सुरक्षित है. इसके बावजूद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार किसी प्रकार की दवा खाने में एलर्जी हो, गर्भवती महिला या धात्री महिला और ऐसी महिलाएं, जिन्हें गर्भवती होने की संभावना लग रही है, उनको टीका नहीं लगवाना चाहिए. साथ ही यह टीका 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए भी नहीं है.
पटना में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है. जिले के 17 सेंटरों पर वैक्सीन लगायी जा रही है. सोमवार को वैक्सीनेशन के दूसरे दिन 1422 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगायी जानी थी, लेकिन इसके लिए उनकी उपस्थिति उम्मीद से कम रही.
सिर्फ 775 को ही वैक्सीन लगायी जा सकी. इस तरह से सोमवार को लक्ष्य के मुकाबले 55 प्रतिशत को ही वैक्सीन लगायी जा सकी. इससे पूर्व शनिवार को वैक्सीनेशन अभियान के पहले दिन जिले के 1486 स्वास्थ्यकर्मियों को यह लगनी थी, लेकिन 915 को ही लगायी जा सकी. शेष स्वास्थ्यकर्मी वैक्सीन के लिए पहुंचे ही नहीं थे.
कोरोना वैक्सीन जिन स्वास्थ्यकर्मियों को लगनी है उन्हें नियम से दो दिन पहले मोबाइल पर मैसेज मिलना चाहिए था. लेकिन कोविन पोर्टल की तकनीकी खामियों के कारण मैसेज एक दिन पहले शाम में मिल रहा है. इसके कारण भी वैक्सीनेशन अभियान प्रभावित हुआ है. देर से सूचना मिलने के कारण कई स्वास्थ्यकर्मी पहुंच नहीं पा रहे हैं.
वैक्सीनेशन के दूसरा दिन स्वास्थ्य कर्मियों में उत्साह देखने को मिला. लेकिन पीएमसीएच अस्पताल में सुबह 9 बजे से सेंटर शुरू होने के करीब डेढ़ घंटे बाद यानी 10:30 बजे पहले प्रिंसिपल डॉ विद्यापति चौधरी को पहली वैक्सीन लगायी गयी.
आइजीआइएमएस में भी तय समय पर करीब आधे घंटे देरी से टीका लगा. हालांकि सिविल सर्जन का कहना है कि टीका लगाने वाले स्वास्थ्य कर्मी ही लेट पहुंचे होंगे. सोमवार को भी कोविन पोर्टल में भी थोड़ी बहुत गड़बड़ी देखने को मिली.
पीएमसीएच में 24 घंटे पहले यानी करीब सुबह नौ बजे के बदले शाम को करीब पांच बजे के बाद सूची राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से भेजी गयी. शाम तक सूची नहीं आने से पीएमसीएच प्रशासन ने पहले दिन की तरह मैनुअल सूची बनायी और सभी डॉक्टरों को फोन कर दिया.
Posted by Ashish Jha