पटना. कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत बुधवार को राज्य के पांच जिलों में कोरोना का टीकाकरण नहीं हुआ. इसमें पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, मधेपुरा, किशनगंज और खगड़िया जिला शामिल हैं. साथ ही राज्य के चार जिलों में 25 से कम लोगों को टीका दिया गया.
इसमें सहरसा जिला में दो लोगों को, नवादा जिला में नौ लोगों को, रोहतास जिला में 10 लोगों को जबकि दरभंगा जिला में 20 लोगों को ही टीका दिया गया. कोविन पोर्टल पर रात नौ बजे तक अपलोड आंकड़ों के अनुसार राज्य में अभी तक कुल एक करोड़ 76 लाख एक हजार 974 डोज दिया गया है.
पटना को वैक्सीन के 80 हजार डोज की नयी खेप बुधवार को मिली है. इससे जिले में सुस्त पर चुके वैक्सीनेशन अभियान को एक बार फिर से तेज करने में मदद मिलेगी. डोज आने के बाद आज से जिले में वैक्सीन की कमी फिर से दूर हो जायेगी और ज्यादातर सेंटरों पर वैक्सीन लगायी जायेगी.
प्राप्त सूचना के मुताबिक बुधवार को आयी वैक्सीन की खेप में लगभग सभी कोविशील्ड हैं. वैक्सीन नहीं रहने के कारण बुधवार को वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी धीमी रही. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन पूरी तरह से बंद रहा. सभी 40 टीका एक्सप्रेस भी बंद रहीं.
बुधवार को सिर्फ नौ सेंटरों पर वैक्सीन लगायी गयी, जिसमें एनएमसीएच, पीएमसीएच, पटना एम्स, आइजीआइएमएस, रामदेव महतो सामुदायिक भवन, एसके मेमोरियल हॉल, पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, होटल पाटलिपुत्र अशोक, गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक पाटलिपुत्र शामिल हैं.
पटना शहर और इसके आसपास के 36 प्रमुख सेंटरों पर बुधवार को वैक्सीन नहीं लगायी जा सकी. ऐसे 36 सेंटरों पर मंगलवार को और 32 सेंटरों पर सोमवार को भी वैक्सीन नहीं लग पायी थी. जिले में वैक्सीनेशन के लिए करीब 150 से अधिक सेंटर बनाये गये हैं.
पटना में कोरोना की वैक्सीन कम उपलब्ध रहने के कारण बुधवार को वैक्सीनेशन का ग्राफ काफी कम हो गया. जिले में बुधवार को मात्र 9816 लोगों को ही कोरोना की वैक्सीन लगायी जा सकी.
Posted by Ashish Jha