Corona Vaccine in Bihar : दो से आठ डिग्री तापमान में रखा जायेगा कोरोना टीका, जीपीएस से होगा कोल्ड चेन का मेंटेनेंस, जानें और क्या बरती जायेगी सावधानी
कोरोना वैक्सीन हेल्थ केअर वर्कर व लाभार्थी को टीकाकरण के लिए वैक्सीन प्लानिंग, कोविन सॉफ्टवेयर अपडेशन, वैक्सीन की रख-रखाव, कोल्ड चैन प्रबंधन, सेफ वैक्सीन, सोशल डिस्टेंस के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया.
सीवान. वैश्विक महामारी कोरोना के बचाव के लिए कोविड-19 टीकाकरण किया जाना है. इसी क्रम में जिला के सभी टीकाकरण से संबंधित पदाधिकारियों व कर्मियों का दो दिवसीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा जूम वीसी के माध्यम से किया गया.
जिसमें कोरोना वैक्सीन हेल्थ केअर वर्कर व लाभार्थी को टीकाकरण के लिए वैक्सीन प्लानिंग, कोविन सॉफ्टवेयर अपडेशन, वैक्सीन की रख-रखाव, कोल्ड चैन प्रबंधन, सेफ वैक्सीन, सोशल डिस्टेंस के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया.
प्रशिक्षण के दौरान राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ नरेंद्र कुमार सिन्हा ने कोविड-19 के टीकाकरण, कार्य योजना, टीका के रखरखाव के लिए कोल्ड चेन की भूमिका तथा कचरे के निस्तारण को लेकर विस्तार से चर्चा किया गया.
वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (ईविन) से सदर अस्पताल सहित पीएचसी के कोल्ड चेन प्वाइंट को जोड़ने का निर्देश दिया गया. इस सिस्टम में एप के माध्यम से वैक्सीन के तापमान व गुणवत्ता आदि पर नजर रखी जाती है. जीपीएस से वैक्सीन के कोल्ड चेन मेंटेनेंस सहित अन्य जानकारियां भी आसानी से मिलती है.
तीन कमरों का होगा टीकाकरण स्थल
प्रशिक्षण में राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ नरेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया प्रथम फेज में स्वास्थकर्मी को टिका लगाये जाने की योजना है टीकाकरण के लिए टीम का गठन करने का निर्देश दिया गया उन्होंने बताया टीकाकरण के लिए जो साइट चिह्नित होगा.
उसमें तीन कमरे होंगे पहला कमरा में जिसका रजिस्ट्रेशन हो चुका है उसका पोर्टल पर वेरिफिकेशन किया जायेगा. वेरीफिकेशन संपुष्टि होने पर उसे वैक्सीनेशन रूम में भेजा जायेगाऔर वैक्सीन लगाया जायेगा, उसके बाद व्यक्ति को तीसरे कमरे में ऑब्जरवेशन के लिए भेजा जायेगा.
जहां आधा घंटा के लिए उन्हें रखा जायेगा, ताकि किसी तरह का यदि रिएक्शन होता है तो तत्क्षण उनका इलाज किया जा सके और आधे घंटे के बाद उन्हें भेज दिया जायेगा. वैक्सीन प्रत्येक व्यक्ति को दो डोज पड़ेगा प्रथम डोज परने के बाद दूसरे डोज के बारे में अभी समय निर्धारित नहीं किया गया है.
कैसे काम करता है डीप फ्रीजर
कोल्ड चेन में टीके रखने के डीप फ्रीजर में थर्मामीटर लगे हुए हैं. ऐसे में फ्रीजर के बंद या खराब होने पर इसकी जानकारी संबंधित स्टाफ के पास चली जाती है.
फ्रीज का तापमान दो से आठ डिग्री सेल्सियस से ज्यादा जाने पर मोबाइल से मैसेज व अलार्म बजने लगता है. ऐसे में तुरंत स्टाफ जाकर टीके को देख लेता है और उसे खराब होने से बचा लिया जाता है.
किया जायेगा कचरा का निस्तारण
प्रशिक्षण में सिरिज, निडिल का प्रॉपर डिस्पोजल किया जायेगा तीन कंटेनर रखा जायेगा. वैक्सीनेशन के बाद जो भी कचरे होंगे उसके निस्तारण के लिए उसे मुजफ्फरपुर भेजा जायेगा.
इस जूम ट्रेनिंग में सिविल सर्जन डॉ यदुवंश कुमार शर्मा, प्रमोद कुमार पांडेय, जिला कार्यक्रम प्रबंधक ठाकुर विश्वमोहन व सहयोगी संस्था के कर्मी शामिल थे.
Posted by Ashish Jha