पटना. मंगलवार को राज्य में 37139 स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना की पहली डोज दी गयी. मंगलवार को कुल 82995 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीनेशन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसमें 44.7% उपलब्धि मिली. अब तक राज्य में कुल दो लाख 21 हजार 523 स्वास्थ्य कर्मियों को पहली डोज दी जा चुकी है.
इधर पटना जिले में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान तेजी से चलाया जा रहा है. इसके पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन दी जा रही है. जिले के 20 हजार से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगायी भी जा चुकी है. लेकिन लिस्ट में नाम आने के बाद भी हजारों स्वास्थ्यकर्मियों ने वैक्सीनेशन अभियान से दूरी बना कर रखी है.
अभियान की शुरुआत से लेकर मंगलवार तक जिले में कुल वैक्सीनेशन का टारगेट 33,964 था लेकिन शाम तक मात्र 20,414 स्वास्थ्यकर्मियों को ही वैक्सीन लगायी जा सकी है. यह टारगेट के मुकाबले कुल 60 प्रतिशत उपलब्धि थी. यानी सोमवार तक जिन स्वास्थ्यकर्मियों का नाम वैक्सीन के लिए लिस्ट में आ चुका था उनमें से 40 प्रतिशत वैक्सीन लेने के लिए पहुंचे ही नहीं.
हर दिन ऐसा हो रहा है कि कई स्वास्थ्यकर्मियों का नाम लिस्ट में होता है लेकिन वे इसे लेने के लिए नहीं आते हैं. वैक्सीन लेना स्वैच्छिक है. ऐसे में प्रशासन की भूमिका अपील करने तक ही सीमित हो जाती है.
जिले में वैक्सीनेशन के पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन दी जा रही है. इसके लिए कोविन पोर्टल के माध्यम से करीब 43 हजार स्वास्थ्यकर्मियों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है. 16 जनवरी से जिले में वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है.
शुरुआत में 17 सेंटरों से वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई इसके बाद इसे कई बार बढ़ाया गया. मंगलवार को जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक 67 सेंटरों पर वैक्सीनेशन होने लगा है. सोमवार को जिले में 10283 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाने का टारगेट था लेकिन इनमें से मात्र 4913 को ही लगायी जा सकी.
टारगेट के मुकाबले मात्र 48 प्रतिशत ही वैक्सीनेशन हो पाया. वहीं मंगलवार को जिले में 8289 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाने का टारगेट था इसमें से मात्र 4477 को ही वैक्सीन लगायी जा सकी. इस दिन की उपलब्धि 54 प्रतिशत रही.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक छह फरवरी तक स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगा देनी है. ऐसे में बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मी इस सरकारी वैक्सीनेशन अभियान से छूट सकते हैं.
Posted by Ashish Jha