पटना. खून पतला करने (ब्लड थिनर) की दवाई लेने वाले भी कोरोना की वैक्सीन लगा सकते हैं. इससे कोई खतरा नहीं है. हालांकि उन्हें चाहिए कि वैैक्सीन लेने से दो से तीन दिन पहले खून पता करने वाली दवाएं लेना बंद करके टीका लगवा लें.
दरअसल इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने गाइड लाइन जारी करते हुए कहा है कि जो लोग हेपारिन जैसी खून पतला करने की दवाएं ले रहे हैं, उन्हें टीका लगाने वाली जगह पर हल्की सूजन हो सकती है. लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है.
वह एक दो दिन पहले दवा बंद कर वैक्सीन लगवा सकते हैं. इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा व स्वास्थ्य को देखते हुए ऐसे मरीजों को टीका लगाने की अपील की है.
सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि देश में खून को पतला करने के लिए दो तरह की दवा दी जाती है. एक दवा प्लेटलेट्स पर आधारित एस्प्रिन या क्लोपिडोगरेल है और दूसरी दवा हेपरीन है. यह खून बहने की आशंका वाले व्यक्तियों को दी जाती है. उनके अनुसार एस्प्रिन लेने वाले लोगों के लिए वैक्सीन लेने पर कोई दिक्कत नहीं है.
यदि वैक्सीन लेने के दो से तीन दिन पहले यह दवाएं बंद कर दी जाएं तो यह समस्या नहीं आती है. वहीं, 16 जनवरी से वैक्सीनेशन सेंटर पर ऐसे मरीज जाते थे, लेकिन गाइड लाइन नहीं होने की वजह से वे टीका नहीं ले पाते थे.
Posted by Ashish Jha