Corona Vaccine in Bihar : बिहार में वैक्सीन सेंटर पर नहीं पहुंच रहे स्वाथ्यकर्मी, फोन करने पर बता रहे अजब-गजब बहाने

दिन भर वैक्सीन सेंटर में कार्यरत नर्स, डाटा ऑपरेटर, हेल्थ कर्मी जिनका नाम वैक्सीन लिस्ट में था उनको कॉल किया. कई ने तो सीधे इंकार कर दिया, तो कई ने अजब गजब बहाना बनाते हुए आने से इंकार कर दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 20, 2021 1:14 PM

भागलपुर. जिले में मंगलवार को भी कोरोना वैक्सीन से हेल्थ कर्मी की दूरी बनी रही. विभाग की ओर से वैक्सीन सेंटर में कार्यरत नर्स को एक सौ लोगों की सूची दी गयी थी.

जिनका सूची में नाम था उनको पहले ही विभाग से मोबाइल पर मैसेज दिया जा चुका था. इसके बाद भी तय समय पर वह लोग वैक्सीन सेंटर पहुंच नहीं रहे थे. जिले में मात्र 45 प्रतिशत ही वैक्सीनेशन का काम हो पाया.

दिन भर वैक्सीन सेंटर में कार्यरत नर्स, डाटा ऑपरेटर, हेल्थ कर्मी जिनका नाम वैक्सीन लिस्ट में था उनको कॉल किया. कई ने तो सीधे इंकार कर दिया, तो कई ने अजब गजब बहाना बनाते हुए आने से इंकार कर दिया.

844 लोगों काे वैक्सीन लगाने का था लक्ष्य, मात्र 380 ने लिया

जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्र व निजी हॉस्पिटल में कुल 844 लोगों को वैक्सीन देने का लक्ष्य तय किया गया था. मंगलवार को जब यह काम आरंभ हुआ, तो देर शाम तक मात्र 380 लोगों ने वैक्सीन लिया. कुल 45 प्रतिशत की वैक्सीनेशन का काम पूरा हुआ. इस आधार पर 55 प्रतिशत लोगों ने इससे दूरी बना ली.

इन जगहों पर इतने लोगों ने लिया वैक्सीन

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी सूची के आधार पर जिले में 10 जगह पर वैक्सीन दिया जा रहा है. सबौर में 50, जगदीशपुर में 20, नारायणपुर में 60, नवगछिया में 80, मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 20, नाथनगर पीएचसी में 50, सुलतानगंज पीएचसी में 60, सदर अस्पताल में 30, रक्षित में शून्य और मंगलम में 10 लोगों ने वैक्सीन लिया.

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वैक्सीन लेने के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दो नर्स की तबीयत खराब हो गयी. उनको उल्टी आने लगी. जांच के बाद पाया गया कि वैक्सीन के बाद ऐसा होना सामान्य बात है. सदर अस्पताल में भी एक व्यक्ति का सिर चक्कर देने लगा. इसे भी सामान्य लक्षण के रूप में देखा गया. कुछ देर के बाद तीनों पूरी तरह फिट होकर घर चले गये.

हर एक के पास पहले से तैयार था बहाना

कोरोना वैक्सीन किस को लेना है, यह सूची पहले से ही तय कर ली जाती है. जिसका नाम सूची में होता है उसे पूर्व में ही मैसेज और कॉल कर बता दिया जाता है. मंगलवार को भी यही प्रक्रिया अपनायी गयी. कई लोगों का मोबाइल नंबर बंद मिला. जिससे बात हुई उनके पास वैक्सीन नहीं लेने के कई बहाने थे.

एक महिला ने मोबाइल पर कहा- मेरे चेहरे पर खुजली है इसलिए वैक्सीन नहीं लेंगे. एक ने कहा, मेरा बीपी और मधुमेह बढ़ा है, इसलिए माफ करें. किसी ने खुद को गर्भवती बताया, तो किसी ने कहा कि राज्य से बाहर हैं. ऐसे में हम वैक्सीन लेने नहीं आ सकते हैं.

Posted by Ashish Jha

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