पटना . कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद अगर 15 दिन के अंदर इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता नहीं बढ़ती है, तो संबंधित व्यक्ति को वैक्सीन की तीसरी खुराक भी दी जायेगी.
यह जानकारी इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) के एपिडेमियोलॉजी कम्यूनिकेबल डिजीज के हेड डॉ समिरन पांडा ने शुक्रवार को दी. इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में 38 वें कॉलेज फाउंडेशन डे के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के निदेशक डॉ एनआर विश्वास ने किया. डॉ पांडा ने बताया कि आपका इम्यून सिस्टम कैसा है, यह पता लगाना अब और आसान हो गया है.
महज एक ब्लड टेस्ट से आसानी से जान सकते हैं कि आपका इम्यून सिस्टम कैसा है. यह जांच इसलिए की जाती है, ताकि कम प्रतिरोधक क्षमता वाले इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए फिर से वैक्सीन दी जा सके.
दिल्ली डीआरडी सेंटर दिल्ली एम्स के पूर्व प्रमुख डॉ आरबी आजाद ने कहा कि सभी डॉक्टर के अंदर एक वैज्ञानिक रहता है, जो अपनी कला को अनुभव के बल पर आगे दक्षता हासिल करता है.
मेडिकल साइंस में कॉमर्स के जुड़ने से चिकित्सा जगत में औद्योगिकीकरण हो गया है. लेकिन औद्योगिकीकरण को बढ़ावा नहीं देना चाहिए. सेमिनार के दौरान डॉ एनआर विश्वास ने पद्मश्री डॉ एसएन आर्या व एम्स के निदेशक डॉ पीके सिंह को शाल व प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया.
वहीं, कार्यक्रम के दौरान दिल्ली एम्स के शिशु रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ एके देवरारी, हैदराबाद से आये डॉ श्रीनिवास, फरीदाबाद से आये डॉ असीम दास आदि कई डॉक्टरों ने अलग-अलग विषय पर अपने विचार रखे. डॉ मनीष मंडल ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान अस्पताल के सभी विभागों के दो-दो डॉक्टरों को सम्मानित किया गया.
Posted by Ashish Jha