Corona Vaccine in Bihar : दूसरे राउंड में एक फीसदी में भी नहीं दिखा दुष्प्रभाव, किसी को गंभीर परेशानी नहीं
आठ फरवरी से शुरू हुए टीके का सेकेंड डोज लेने वाले करीब 3700 स्वास्थ्य कर्मी व करीब 16,273 फ्रंटलाइन वर्करों को अब तक वैक्सीन लगायी जा चुकी है. इनमें से एक फीसदी में भी दुष्प्रभाव नहीं दिखा है.
पटना. कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान का दूसरा राउंड भी सफलता की ओर बढ़ रहा है. आठ फरवरी से शुरू हुए टीके का सेकेंड डोज लेने वाले करीब 3700 स्वास्थ्य कर्मी व करीब 16,273 फ्रंटलाइन वर्करों को अब तक वैक्सीन लगायी जा चुकी है. इनमें से एक फीसदी में भी दुष्प्रभाव नहीं दिखा है.
विशेषज्ञों का कहना है कि 16 जनवरी से अभी तक किसी भी व्यक्ति को टीके से गंभीर परेशानी नहीं हुई है. इससे पता चलता है कि कोरोना का दूसरा डोज भी पूरी तरह सुरक्षित हैं. अब लोगों को टीके के प्रति कोई संशय नहीं रखना चाहिए.
शहर के आइजीआइएमएस व आइजीआइसी में करीब पांच प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाने के बाद साइड इफेक्ट देखने को मिला. जबकि पटना जिले में 47 टीकाकरण केंद्रों में 45 केंद्रों पर एक भी दुष्प्रभाव की शिकायत नहीं आयी है.
विशेषज्ञों की मानें, तो को-वैक्सीन लेने वालों में दुष्प्रभाव के कम मामले मिले हैं. वहीं, कोविशील्ड लगाने वालों में कुछ शिकायत मिली है.
99.9% लोग वैक्सीन लगाने के बाद स्वस्थ
सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि पटना सहित पूरे बिहार में अब तक 99.8 फीसदी लोग वैक्सीन लगने के बाद स्वस्थ हैं. इसका मतलब यह है कि टीका पूरी तरह सुरक्षित है. शुरू में वैक्सीन को लेकर जो भी अफवाहें चल रही थीं. अब उन पर विराम लगता दिख रहा है.
सिविल सर्जन के मुताबिक, वैक्सीन का दूसरा डोज लेने वाले स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बन रही है. हालांकि कितने फीसदी लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ी है, इसका सही पता दोनों वैक्सीन लेने के 15 दिन बाद चल जायेगा.
जिले में 40 स्वास्थ्यकर्मियों ने लिया टीके का दूसरा डोज
पटना में मंगलवार को मात्र 40 स्वास्थ्यकर्मियों ने कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज ली है. ये डोज पटना एम्स में दी गयी. यहां उन्हें को वैक्सीन लगायी गयी. जिले में अब तक 3952 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन की सेकेंड डोज दी जा चुकी है.
जिले में अब तक 5069 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन की सेकेंड डोज देने का लक्ष्य था लेकिन लक्ष्य से काफी कम वैक्सीन लगायी जा सकी. दूसरी ओर जिले में मंगलवार को 819 फ्रंट लाइन वर्करों को वैक्सीन की पहली डोज दी गयी. जिले में अब तक 36592 फ्रंट लाइन कर्मियों को वैक्सीन लगाने का टारगेट था इसके मुकाबले अब तक 17,437 को वैक्सीन लगायी जा सकी है.
यह अब तक के टारगेट के मुकाबले 48 प्रतिशत की उपलब्धि है. इधर, नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना संक्रमित दो का उपचार चल रहा है. एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ मुकुल कुमार सिंह ने बताया नया मरीज भर्ती नहीं किया गया है.
Posted by Ashish Jha