पटना . राज्य में कोरोना टीकाकरण के लिए पहले डोज लेने के बाद दूसरे डोज की वैक्सीन लेनेवालों की संख्या चिंताजनक है. दूसरे डोज में फिलहाल सिर्फ 57% हेल्थ वर्कर और 20% फ्रंट लाइन वर्कर ही रिटर्न हो रहे हैं.
जानकारी के अनुसार महानगरों में कोरोना के मामलों में फिर से हो रही बढ़ोतरी के मद्देनजर वैक्सीनेशन प्रक्रिया में भी तेजी दिखायी दे रही है. पीएमसीएच में सोमवार को कुल 345 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया.
पीएमसीएच समेत सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में इलाज को पहुंचने वाले मरीज व उनके परिजनों को मास्क नियमों का सख्ती से पालन करना होगा. सोशल डिस्टैंसिंग जैसे कोरोना से बचाव के नियम का पालन नहीं करने पर ओपीडी में इंट्री नहीं मिलेगी. इतना ही नहीं मरीज, उनके परिजन या फिर अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो उन्हें उपद्रवी करार दिया जायेगा.
जानकारी के अनुसार शहर के पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, गर्दनीबाग, गार्डिनर रोड अस्पताल समेत जिले के सभी पीएचसी में रोजाना हजारों की संख्या में मरीज इलाज कराने आ रहे हैं. इनमें कुछ मरीज बिना मास्क के आते हैं तो अधिकांश मरीज मास्क तो पहने होते हैं, लेकिन उनका मास्क मुंह व नाक ढके होने के बजाय दोनों कान व गर्दन में ही झूलता रहता है.
इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के आदेश पर सिविल सर्जन ने सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज व पीएचसी अस्पतालों को संबंधित नियम का पालन कराने का निर्देश जारी किया है.
Posted by Ashish Jha