कोरोना वायरस को लेकर अब एक बार फिर से सावधान होने की जरूरत है. भारत के विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ते कोरोना वायरस के मामले के साथ ही पटना जिले में भी फिर से कोरोना के मामले मिलने लगे हैं, स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार पटना में 400 से अधिक सैंपलों की जांच की गयी. जिसमें कोरोना से संक्रमित पांच मरीज मिले हैं.
कोरोना से संक्रमित इन मरीजों की जांच पटना शहर के पीएमसीएच, आइजीआइएमएस और एनएमसीएच हॉस्पिटल में हुई थी. हालांकि, डॉक्टरों के अनुसार सभी मरीज अभी खतरे से बाहर हैं. डाक्टरों के मुताबिक कोरोना के अभी जो मरीज मिले रहे हैं उन्हें हल्का बुखार के साथ, सर्दी-खांसी, पेट दर्द और दस्त हो रहा है. खांसी एक सप्ताह से ज्यादा समय तक चल रही है.
देश में बढ़ रहे कोरोना वायरस को देखते हुए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर अस्पतालों की तैयारी को लेकर 10 व 11 अप्रैल को मॉकड्रिल करने जा रही है. मॉक ड्रिल में आईसीयू बेड, मेडिकल इक्विपमेंट्स, ऑक्सीजन और मैनपावर की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये एक बैठक बुलायी. इस बैठक में मॉक ड्रिल से संबंधित सारी जानकारी साझा की गयी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना और फ्लू के मामलों को लेकर एडवाइजरी जारी की है. इसमें आम लोगों को कई सलाह दी गयी है. सरकार ने भीड़भाड़ और बंद स्थानों में मास्क पहनने के लिए कहा है. केंद्र ने कहा है कि छींकते या खांसते समय नाक और मुंह को ढकने के लिए रूमाल या टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें. हाथों की स्वच्छता बनाये रखें. लोगों को हाथों को बार-बार हाथ धोने की सलाह दी गयी है. सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से परहेज करने के साथ ही लोगों से जांच को बढ़ावा देने की अपील की गयी है. साथ ही लक्षणों की जल्द जानकारी देने के लिए भी कहा गया है. सांस की बीमारियों से पीड़ित होने पर लोगों से मेल मिलाप से बचने की सलाह दी गयी है.