पटना. शहर के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान की ओपीडी में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को मंगलवार को कोरोना जांच अनिवार्य कर दिया गया है. दिल्ली, मुंबई, यूपी आदि राज्यों में कोविड के बढ़ते मामले को देखते हुए संस्थान प्रशासन ने यह निर्णय लिया है. ओपीडी के अलावा भर्ती होने के पहले भी कोविड जांच की रिपोर्ट दिखानी होगी. जानकारी देते हुए आइजीआइएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने बताया कि अन्य राज्यों में कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं. संस्थान के पांच डॉक्टर भी पॉजिटिव हो चुके हैं, हालांकि सभी पॉजिटिव डॉक्टरों में कोरोना का नया वेरियंट नहीं है.
डॉ मनीष ने कहा कि मरीजों को कोई दिक्कत नहीं हो इसलिए रजिस्ट्रेशन काउंटर के पास ही कोरोना वायरस की जांच की जायेगी. ओपीडी के लिए एंटीजन जांच की रिपोर्ट मान्य होगा, जबकि ऑपरेशन के लिए पहले की तरह आरटीपीसीआर जांच कराना होगा. हालांकि गंभीर मरीजों को परेशानी नहीं हो और वैसे गंभीर मरीज जो कोविड पॉजिटिव आये हैं उनके लिए अलग से आठ बेड की व्यवस्था की गयी है. जहां आइसोलेट के तौर पर इलाज भी होगा. उन्होंने बताया कि आइजीआइएमएस में वर्तमान में एक भी मरीज कोरोना का भर्ती नहीं है. कोविड वार्ड पूरी तरह से खाली है.
पटना. आइजीआइएमएस में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रजिस्ट्रेशन काउंटर बढ़ाने का काम जारी है. सोमवार से संस्थान में 10 और नये काउंटर खुल जायेंगे. यह काउंटर परिसर के बाहर स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के पास बनाये गये हैं. यहां मरीजों का रजिस्ट्रेशन होगा. यहां कुल 14 काउंटर पर रजिस्ट्रेशन पर्ची कटेगा. इसके अलावा 10 कैश काउंटर की संख्या भी बढ़ जायेगी. सोमवार से कुल 14 कैश काउंटर पर मरीजों का पैसा जमा करने की व्यवस्था की गयी है.
आइजीआइएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने कहा कि मरीजों की भीड़ व कोरोना को देखते हुए आइजीआइएमएस में कैश व रजिस्ट्रेशन काउंटर की संख्या बढ़ा दी गयी है. सोमवार को संस्थान के निदेशक डॉ विभूति प्रसन्न सिन्हा दोनों काउंटर का उद्घाटन करेंगे. उन्होंने बताया कि इससे पहले बीते बुधवार को चार नये रजिस्ट्रेशन काउंटर की सुविधा शुरू की गयी थी. जहां गैस्ट्रो, न्यूरो, नेफ्रो और कार्डियोलॉजी मरीजों के लिए अलग से रजिस्ट्रेशन काउंटर खोले गये थे. इसके अलावा वीआइपी, बुजुर्ग आदि मरीजों के लिए धर्मशाला में अलग से एक काउंटर की सुविधा शुरू की गयी है.