कोरोना से जंग: भाग न जायें कोरोना मरीज, इसलिए कोरोना वार्ड लॉक कर हो रहा इलाज
बिहार के गोपालगंज सदर अस्पताल कैंपस में नशामुक्ति केंद्र को बनाये गये कोरोना वार्ड में दो पॉजिटिव मरीज हैं. इन दोनों मरीजों की इलाज के साथ-साथ कड़ी निगरानी रखी जा रही है. कोरोना वार्ड से पॉजिटिव मरीज भाग न जायें, इसलिए वार्ड को लॉक करके रखा गया है.
गोपालगंज. बिहार के गोपालगंज सदर अस्पताल कैंपस में नशामुक्ति केंद्र को बनाये गये कोरोना वार्ड में दो पॉजिटिव मरीज हैं. इन दोनों मरीजों की इलाज के साथ-साथ कड़ी निगरानी रखी जा रही है. कोरोना वार्ड से पॉजिटिव मरीज भाग न जायें, इसलिए वार्ड को लॉक करके रखा गया है. बाहर स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती की गयी है. डॉक्टरों की टीम गाइडलाइन के अनुसार ऑब्जर्वेशन कर रही है. समय पर खाना-पीना के साथ-साथ दवा और संबंधित आवश्यक सामग्री दिये जा रहे हैं. पॉजिटिव मरीजों ने बताया कि किसी तरह की परेशानी नहीं है. सिविल सर्जन डॉ नंदकिशोर सिंह ने बताया कि कोरोना के दोनों मरीजों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. मेडिकल टीम को एन-95 मास्क के साथ पीपीइ किट उपलब्ध कराया गया है, ताकि संक्रमण का खतरा उनमें न हो सके. ऐसे पूरी सावधानी के साथ मेडिकल टीम काम कर रही है.
शुक्र है, हालात बिगड़ने से पहले भर्ती हुआ कोरोना पॉजिटिव मरीज को जब सदर अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया, तो उसने स्वास्थ्यकर्मियों को कहा कि ऊपर वाले का शुक्र है. जानलेवा बीमारी की हालात बिगड़ने से पहले लक्षण का पता रिपोर्ट में चल गया और समय पर अस्पताल में भर्ती हो गया. फिलहाल परिवार के किसी भी सदस्यों से मिलने-जुलने या कोरोना वार्ड के करीब जाने पर रोक लगा दी गयी है. उचकागांव व भोरे के रहनेवाले हैं मरीज कोरोना पॉजिटिव दोनों मरीज उचकागांव व भोरे प्रखंड के रहनेवाले हैं. भोरे का मरीज ओमान से आया था और उचकागांव का मरीज बहरीन से आया था.
दोनों का सैंपल जवाहर नवोदय विद्यालय बलेसरा में लिया गया था. पटना मेडिकल कॉलेज से रिपोर्ट गुरुवार की रात में आने पर विशेष एंबुलेंस से दोनों को सदर अस्पताल में लाकर कोरोना वार्ड में भर्ती किया गया. एनएमसीएच में है पहला कोरोना मरीज थावे प्रखंड में मिले जिले के पहला कोरोना मरीज पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनएमसीएच) में भर्ती है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार थावे का पॉजिटिव मरीज जल्द ही स्वस्थ्य होकर घर लौटेगा. फिलहाल इस युवक के परिजनों का अबतक रिपोर्ट नहीं आया है. वहीं गांव में स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार मॉनिटरिंग कर दवा का छिड़काव किया जा रहा है.