कोरोना का खौफ: बंगाल से पैदल चलकर पहुंचे 20 युवक, गांव में प्रवेश करने पर लगायी रोक
कोरोना वायरस पूरे देश में अपना पैर पसार चुका है. कोरोना वायरस का खौफ पूरे विश्व में फैल चुका है. कोरोना वायरस देश में बहुत ही तेजी के साथ फैल रहा है
गया. कोरोना वायरस पूरे देश में अपना पैर पसार चुका है. कोरोना वायरस का खौफ पूरे विश्व में फैल चुका है. कोरोना वायरस देश में बहुत ही तेजी के साथ फैल रहा है. इसी को देखते हुए मोदी सरकार ने पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया है. इस दौरान कुछ जरूरी सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाएं बंद कर दी गई है. देश में लॉकडाउन किए जाने के बाद देश के कोने-कोने से काम करने वाले लोग पैदल ही चल दिये है. वे लोग पैदल इतना दूरी कैसे तय करेंगे उन लोगों को खुद भी पता नहीं है. इसी तरह पश्चिम बंगाल से पैदल चलकर 20 युवक गया के शेरघाटी पहुंचे है. गांव में पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने युवकों को अपने घर जाने से रोक दिया. ग्रामीणों का कहना है कि कोरोना जैसे महामारी को देखते हुए यह कदम उठाया गया है.
ग्रामीणों ने उक्त युवकों को पहले जांच करवाने एवं चिकित्सकों से उचित सलाह लेने के बाद ही गांव में प्रवेश करने को कहा है. इसी प्रकार बीटी बिगहा गांव में ग्रामीणों ने गांव के मुख्य मार्ग पर बांस लगाकर बाहर से आने वाले लोगों के लिये रास्ता बंद कर दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में प्रवेश करने से पहले जांच करवाना होगा. इसके बाद ही गांव में आने की अनुमति दी जाएगी. स्वास्थ्य विभाग में बाहर से आने वाले लाेगों की जांच करने के बाद ही उन्हें भेज रही है. इसके बाद भी उन्हें आइसोलेट होने की सलाह दी जा रही है.
कई गांव में प्रवेश पर लगाई रोग
गया जिले के बाराचट्टी प्रखंड के बिघी व मनफर आदि गांवों में ग्रामीणों ने मुख्य सड़क से बाहरी लोगों के प्रवेश नहीं करने का बैनर लगा दिया गया है. जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि कोरोना वायरस से बचाव का सबसे बेहतरीन उपाय यहीं है कि बाहरी लोगों को प्रवेश को रोक दिया जाए. रोखिया गांव के ग्रामीणों ने अपने घरों के बाहर मोटी-मोटी लकड़िया मेन सड़क पर रख दी है. इसके बाद लगातार गांव में निगरानी की जा रही हैं कि कोई भी बाहरी व्यक्ति गांव में प्रवेश न कर सकें.