कोरोना का डर: विदेशी युवती के गांव पहुंचते ही मचा हड़कंप

बिहार के औरंगाबाद जिले के सदर प्रखंड के पोइवा डिहरी गांव में एक विदेशी युवती के पहुंचने के बाद हड़कंप मच गया.

By Radheshyam Kushwaha | March 22, 2020 8:44 AM

औरंगाबाद. बिहार के औरंगाबाद जिले के सदर प्रखंड के पोइवा डिहरी गांव में एक विदेशी युवती के पहुंचने के बाद हड़कंप मच गया. आनन-फानन में बीडीओ प्रभाकर कुमार सिंह, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नागेंद्र शर्मा,स्वास्थ्य प्रबंधक रवि कुमार वहां पहुंचे और दोनों को जांच के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया. जानकारी मिली कि डिहरी गांव के रोहित कुमार की दोस्ती मास्को की एक युवती से थी. दो दिन पहले रोहित उसके साथ अन्य शहर का भ्रमण करते गांव पहुंचा. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि दोनों में कोरोना का लक्षण नहीं पाया गया है, लेकिन सतर्कता बरतने के लिए उन्हें आइसोलेट किया गया. इधर, दोनों को गांव पहुंचने से गांव के व्यक्तियों में दहशत फैल गयी. जानकारी मिली की युवती मास्को लौट जायेगी.

वहीं, अंबा के कुटुंबा प्रखंड के बैरांव गांव में मुंबई से घर पहुंचे एक युवक को बुखार व खांसी की सूचना पर गांव में हड़ंकप मच गयी. कुटुंबा प्रखंड प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि युवक को सर्दी बुखार एवं खांसी है और घरवालों ने उसे छुपाकर रखा है. प्रमुख ने इसकी सूचना कुटुंबा रेफरल अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नागेंद्र सिन्हा को दी. चिकित्सकीय टीम के साथ चिकित्सा पदाधिकारी उक्त गांव पहुंचे और फिर जांच की. अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है. कुटुंबा थाना क्षेत्र के परसांवां गांव में एक युवक को कुछ दिन पूर्व अरब कंट्री से घर आने की सूचना पर हड़कंप है. हालांकि उसकी जांच हवाई अड्डे पर हुई है. जानकारी मिली कि प्रखंड प्रशासन उस पर नजर बनाये रखी है.

कोरोना के संदिग्ध को गया किया रेफर

शनिवार को देव स्थित सड़कर गांव से ग्रामीणों ने अंचलाधिकारी अरुण कुमार गुप्ता, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मो. शमीद को सूचना दी कि गांव में 16 मार्च को वाम प्रसिद्ध राम नामक युवक हरियाणा के पानीपत से आया है और सीने व सर में दर्द है तथा हॉस्पिटल नहीं जा रहा है. ग्रामीणों की सूचना पर सीओ अरुण कुमार गुप्ता, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मो शमीद, थानाध्यक्ष शेखर सौरभ दल बल के साथ पहुंचे और युवक को पहचान कर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देव पहुंचाया. जहां युवक को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया और उसे प्रारंभिक चिकित्सकीय जांच कर एंबुलेंस द्वारा मगध मेडिकल कॉलेज गया रेफर किया गया. डॉ शमीद अंसारी ने बताया कि ब्रोन जोन से आने के कारण उसे एहतिहात के तौर पर आइसोलेशन वार्ड में रखा गया. ऐसा नहीं है कि उसे कोरोना है लेकिन संदिग्ध मानते हुए उसे गया जांच के लिए रेफर किया गया है.

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