कोरोना से जंग : गोपालगंज में विदेश से आये 186 लोग, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
विभिन्न देशों से 59 नये लोग पहुंचे, जिन्हे होम आइसोलेशन में रखा गया है. इस तरह अबतक गोपालगंज में विदेश से आनेवाले लोगों की संख्या 127 से बढ़कर 186 तक पहुंच गयी है.
गोपालगंज : कोरोना वायरस के खौफ से हर रोज विदेश से आनेवाले लोगों की संख्या बढ़ रही है. शुक्रवार को विभिन्न देशों से 59 नये लोग पहुंचे, जिन्हे होम आइसोलेशन में रखा गया है. इस तरह अबतक विदेश से आनेवाले लोगों की संख्या 127 से बढ़कर 186 तक पहुंच गयी है. स्वास्थ्य विभाग ने इनकी लिस्ट जारी कर निगरानी शुरू कर दी है. इनमें सभी ऐसे हैं, जो काम और कारोबार के सिलसिले में बाहर गये थे.
सिविल सर्जन डॉ नंदकिशोर सिंह ने बताया कि विदेश से पहुंचे लोगों के घर स्वास्थ्य विभाग की टीमें पहुंची और उन्हें ऐहतियात तौर पर सावधानी बरतने की सलाह दी. साथ ही मकान के एक कमरे में होम आइसोलेशन वार्ड बनाकर रहने की सलाह दी गयी. सीएस ने कहा कि यदि मकान में रहने की व्यवस्था नहीं है, तो क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जायेगा. फिलहाल चार जगहों पर क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है, जिनमें विदेश से आनेवाले लोगों को रखा जायेगा.
खांसी-बुखार व जुकाम पर होगी जांच
सीएस ने बताया कि बरौली, मांझा, सिधवलिया, कुचायकोट में पहुंचे स्वास्थ्यकर्मियों ने विदेश से आये लोगों के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और उन्हें बताया कि वह इन दिनों किसी से भी मिले तो नमस्ते-अभिवादन ही करें. हाथ, गले कतई न लगाएं. खांसी, जुकाम, बुखार जैसे लक्षण मिलने पर व्यक्ति से एक से सवा मीटर दूरी ही बनाये रखें. बुखार, खांसी वाले मरीज मास्क जरूर लगाएं और सरकारी अस्पताल में बीमारी की जांच कराएं.
अबतक दो लोग जांच के लिए रेफर
सदर अस्पताल से अबतक दो लोगों को कोरोना के लक्षण की जांच के लिए पटना रेफर किया गया है. पीएमसीएच से संदिग्धों की सिम्पटम्स (खखार) लेकर जांच के लिए पुणे भेजा जायेगा. हालांकि अबतक एक भी लोगों में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है. स्वास्थ्य विभाग ने ऐहतियात तौर पर सावधानी बरतने की सलाह दी है.
अफवाह फैलाने पर होगी कार्रवाई
कोरोना से बचाव और जागरूकता कार्यक्रम के बीच अफवाह फैलानेवाले लोगों पर प्रशासन की ओर से कार्रवाई करने की चेतावनी दी गयी है. सोशल मीडिया और चौक-चौराहों पर किसी तरह की अफवा न फैलायी जाय, इसको लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया गया है. संदिग्ध लक्षण मिलनेवाले रोगियों के नाम व पता को सार्वजनिक नहीं करने की अपील की गयी है.