Coronavirus BF.7 वैरिएंट को लेकर बिहार में सरकार अर्ल्ट मोड में आ गयी है. बताया जा रहा है कि सरकार ने इसे लेकर सख्त आदेश दिए हैं. सरकार के द्वारा देश और दुनिया में बढ़े कोरोना संक्रमण के मामले को देखते हुए रैंडम टेस्ट कराने का आदेश दिया है. इसके साथ ही केंद्र सरकार के द्वारा राज्य सरकार को आदेश दिया गया है कि वो राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों की जीनोम सिक्वेंसिंग कराए. ताकि, कोविड के नए स्ट्रेन के बारे में जानकारी मिल सके. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग सह पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य स्वास्थ्य समिति, इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान पटना (IGIMS), माइक्रोबायोलाजी विभाग के साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन के पदाधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की.
अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने आईजीआईएमएस के निदेशक को निर्देश दिया कि वे संस्थान के माइक्रोबायालोजी विभाग से जिलों को समन्वय के आवश्यक निर्देश दें. उन्होंने सख्त आदेश देते हुए कहा कि जल्द ही एक बार फिर से रेलवे स्टेशन, बस अड्डों के साथ ही हाट-बाजार और मॉल आदि भीड़ भाड़ वाले स्थान पर रैंडम टेस्टिंग शुरू करने की जरूरत है. इस टेस्टिंग के लिए टेस्टिंग किट का इस्तेमाल किया जाएगा.उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अगले आदेश के आधार पर ही अगला कदम उठाया जाएगा.उन्होंने कहा कि चीन में कोरोना का नया वैरिएंट BF.7 कहर बरपा रहा है. पड़ोसी देशों में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के द्वारा दिए गए एडवाइजरी का पालन होना चाहिए.
बिहार में कोरोना की वर्तमान स्थिति बेहतर है. राज्य के सभी जिलों को मिलाकर हर रोज पचास हजार टेस्ट कराए जा रहे हैं. हालांकि अभी तक शत प्रतिशत रिपोर्ट निगेटिव आ रही है. राज्य में पिछले तीन लहर में कोरोना से 8.51 लाख लोग संक्रमित हुए हैं. इसमें से 8.39 लाख मरीज स्वस्थ्य हो गए हैं. राज्य में 12 हजार लोगों की मौत हो गयी है. वहीं पिछली सभी लहरों में को मिलाकर अभी तक 9.44 करोड़ टेस्ट बिहार में किए गए हैं.