छपरा : देश और दुनिया के साथ-साथ बिहार के सारण में रहने वाले लोगों में भी कोरोना वायरस का खौफ साफ तौर पर दिखाई दे रहा है. कोरोना वायरस के खौफ में जी रहे सारण के लोगों ने शनिवार को केन्या से पहुंचे दो धावकों को पकड़ लिया. जिसके बाद जमकर बवाल देखने को मिला. दरअसल, अफवाह ये उड़ा कि केन्या से सारण पहुंचे दोनों धावक कोरोना के मरीज हैं. इसके बाद छपरा बस स्टैंड के पास लोगों ने उन्हें घेर लिया और पुलिस को सूचना दी गयी. पुलिस के मौके पर पहुंचने के साथ ही दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया गया. हालांकि, बाद में हकीकत कुछ और ही निकल कर सामने आयी.
‘दौड़ेगा सारण’ प्रतियोगिता के अंतर्गत शामिल होने के लिए पहुंचे थे दोनों धावक
बिहार में शनिवार को सारण शहर में केन्या से दो युवक ‘दौड़ेगा सारण’ प्रतियोगिता के अंतर्गत शामिल होने के लिए पहुंचे थे. इसके लिए इन दोनों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया था और ये दोनों विगत 7 फरवरी को भारत आये थे. दोनों युवक केन्या के इस्साक कीहारा वह जीडीऑल के बताये गये हैं. इन दोनों युवकों को शहर में देख स्थानीय लोगों में थोड़ी देर के लिए असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गयी. इसके बाद लोगों ने दोनों युवकों की भाषा नहीं समझ पाने के कारण उन्हें भगवान बाजार थाना पहुंचाया.
दोनों पूर्ण रूप से मेडिकल जांच में फिट पाये गये
इसके बाद भगवान बाजार थाने द्वारा एहतियात के तौर पर दोनों को छपरा सदर अस्पताल लाया गया. वहां मौजूद सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ राम इकबाल प्रसाद ने दोनों के मेडिकल सर्टिफिकेट की जांच की. इसमें दोनों पूर्ण रूप से फिट पाये गये. सबसे खास बात यह रही कि यहां पहुंचने पर दोनों को मालूम हुआ कि कोरोना के कारण दौड़ स्थगित हो गयी है. इसके बाद वे वापस जाना चाह रहे थे. तभी लोगों ने उन्हें पकड़ लिया.
अंतरराष्ट्रीय स्तर के एथलीट होने वाले थे शामिल
विदित हो कि रविवार को शहर में ‘दौड़ेगा सारण’ प्रतियोगिता होनी थी. इसमें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के एथलीट शामिल होने वाले थे. इसी को लेकर यह दोनों युवक छपरा आये थे. स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान दोनों फिट पाये गये. जिसके बाद उन्हें वापस जाने की अनुमति दे दी गयी. फिर दोनों शनिवार की देर रात दिल्ली के लिए रवाना हो गये.