Coronavirus in Bihar : ESIC हॉस्पिटल में आज से 100 बेडों का कोविड सेंटर शुरू, अगले दो दिनों में उपलब्ध होंगे 115 और बेड

पटना जिले में कोविड मरीजों के एडमिट करने में आ रही बेड की समस्या को दूर करने के लिए प्रशासन द्वारा कार्रवाई जारी है. इसी क्रम में एक-दो दिनों में कोविड मरीजों को 215 बेड उपलब्ध हो जायेंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | April 30, 2021 9:23 AM

पटना. पटना जिले में कोविड मरीजों के एडमिट करने में आ रही बेड की समस्या को दूर करने के लिए प्रशासन द्वारा कार्रवाई जारी है. इसी क्रम में एक-दो दिनों में कोविड मरीजों को 215 बेड उपलब्ध हो जायेंगे.

पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स स्टेडियम में 100 बेड का कोविड अस्पताल और इएसआइसी बिहटा में 100 बेड के अस्पताल में सारी व्यवस्था कर ली गयी है. इएसआइसी बिहटा में शुक्रवार से कोविड मरीजों को भर्ती करने का कार्य शुरू हो जायेगा. यहां चिकित्सकों से लेकर स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती कर दी गयी है.

इएसआइ बिहटा में बने 100 बेड के डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर में हुए व्यवस्था का जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह व एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने निरीक्षण किया. इस दौरान दोनों ही अधिकारियों ने कई दिशा-निर्देश भी दिये. इसके अलावे स्टेडियम में भी 100 बेड का अस्पताल एक-दो दिनों में शुरू हो जायेगा़

यहां स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती के साथ छोटे-मोटे इंतजाम बचे हुए हैं. खास बात यह है कि दोनों ही जगहों पर तमाम आइसीयू बेड होंगे. ऑक्सीजन के साथ ही आइसीयू बेड में लगने वाले तमाम उपकरण भी रहेंगे.

इएसआइ हॉस्पिटल में पहले से सेना की मदद से बनाये गये 50 बेड के अस्पताल में मरीजों का इलाज शुरू किया जा चुका है. इसके अलावा जिले के तमाम अनुमंडलीय अस्पतालों में भी आइसीयू बेड की व्यवस्था कर दी गयी है.

इन अनुमंडलीय अस्पतालों में भी काम पूरा हो चुका है और बाढ़ में मरीज भी भर्ती किये जा रहे हैं. इन अनुमंडलीय अस्पतालों के पूरी तरह से शुरू होने के बाद चार-पांच सौ बेड और भी बढ़ जायेंगे.

सूत्रों का कहना है कि सभी अस्पतालों में आइसीयू बेड पर मरीजों को भर्ती कराने का कार्य पूरे जोर-शोर से अब तक शुरू हो चुका होता, लेकिन ऑक्सीजन सिलिंडरों की किल्लत के कारण नहीं हो पाया है. इसके साथ ही ग्रामीण अस्पतालों में भी व्यवस्था की जा रही है.

अनुमंडलीय अस्पतालों में इसलिए व्यवस्था की गयी है, ताकि कोविड मरीज अपने ही इलाके में अपना इलाज करा सकें अगर मरीज सीरियस होगा तो उन्हें पीएमसीएच, एम्स, एनएमसीएच आदि में एडमिट किया जायेगा.

Posted by Ashish Jha

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