साकिब, पटना. पटना जिले में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. बुधवार को भी जिले में 522 नये पॉजिटिव केस मिले हैं. इससे एक दिन पहले मंगलवार को 486 केस मिले थे. पिछले कुछ दिनों से लगातार बड़ी संख्या में कोरोना के नये केस मिल रहे हैं. इसी के साथ जिले में कोरोना से होने वाली मौत का ग्राफ एक बार फिर से बढ़ता जा रहा है.
पिछले दो सप्ताह में कोरोना से जिले के 15 लोगों की मौत हो. इस तरह से देखें तो औसतन हर दिन एक मौत कोरोना से हुई है. इन मौतों में एम्स, पीएमसीएच और एनएमसीएच में होने वाली कुल मौतों को नहीं जोड़ा गया है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 24 मार्च को जिले में 454 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी थी. वहीं 6 अप्रैल के आंकड़ों के मुताबिक मरने वालों की संख्या 469 हो गयी. इस तरह से इस बीच में 15 लोगों की मौते हुई हैं.
पटना एम्स में कोरोना के गंभीर मरीज राज्य भर से आकर भर्ती होते हैं. सात अप्रैल को यहां 116 मरीज भर्ती थे. यहां कोरोना की दूसरी लहर आने से पहले लगातार मरीजों की संख्या कम हुई थी. 14 फरवरी को यहां भर्ती मरीजों की संख्या मात्र 33 थी. उस दिन से लगातार नौ दिन तक कुल मरीजों की संख्या 50 से कम रही थी.
मौतों की संख्या में भी तेजी से गिरावट आ चुकी थी. लेकिन दूसरी लहर के बाद फिर एक बार मौतों का ग्राफ बढ़ता दिख रहा है. दूसरी लहर से पहले यहां छह अप्रैल को एक मरीज की मौत हो गयी. इससे पूर्व चार अप्रैल को यहां तीन मरीजों की मौत हाे गयी थी.
तीन अप्रैल को यहां पटना के 48 वर्षीय अभय कुमार की मौत हो गयी. एक अप्रैल को भागलपुर के 38 वर्षीय पंकज कुमार की मौत कोरोना से हो गयी. 31 मार्च को पटना एम्स में नवादा के 58 वर्षीय राजेंद्र सिंह, वैशाली की 65 वर्षीय नर्मदा देवी की मौत हो गयी. 29 मार्च को यहां पटना के 67 वर्षीय जय नंदन सिंह की कोरोना से मौत हो गयी थी.
25 मार्च को मधुबनी के 85 वर्षीय जगदीश राय की मौत कोरोना से हुई थी. जिले के अन्य अस्पतालों में भी मौतों की संख्या में इजाफा देखा गया है. पीएमसीएच में भी पिछले 15 दिनों में काफी मरीजों की कोरोना से मौत हो चुकी है. एनएमसीएच में मौतों का ग्राफ बढ़ा है. यहां पांच अप्रैल को एक ही दिन में तीन मरीजों की कोरोना से मौत हो चुकी है. इसमें 24 वर्षीय भोजपुर निवासी प्रतिमा कुमारी जैसी युवा भी शामिल हैं.
Posted by Ashish Jha