Coronavirus in Bihar : कोरोना से 24 घंटे में 28 की मौत, पटना एम्स में बच्ची समेत 11 लोगों ने तोड़ा दम
राजधानी पटना में कोरोना के संक्रमण पर लॉकडाउन ने बेशक लगाम लगा दी है, लेकिन कोरोना मरीजों की मौत का सिलसिला नहीं थम पा रहा है. पिछले 24 घंटे में राजधानी पटना के प्रमुख चार अस्पतालों में 28 लोगों की मौत हो चुकी है. अकेले पटना एम्य में ही 11 लोगों की जान जा चुकी है. मरनेवाले मरीजों में एक बच्ची भी शामिल है.
पटना. राजधानी पटना में कोरोना के संक्रमण पर लॉकडाउन ने बेशक लगाम लगा दी है, लेकिन कोरोना मरीजों की मौत का सिलसिला नहीं थम पा रहा है. पिछले 24 घंटे में राजधानी पटना के प्रमुख चार अस्पतालों में 28 लोगों की मौत हो चुकी है. अकेले पटना एम्य में ही 11 लोगों की जान जा चुकी है. मरनेवाले मरीजों में एक बच्ची भी शामिल है.
फुलवारी शरीफ स्थित पटना एम्स में शुक्रवार को चार साल की बच्ची समेत 11 लोगों की मौत कोरोना से हो गयी, जबकि 39 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजो को एडमिट किया गया है.इसके अलावा एम्स में 14 लोगों ने कोरोना को मात दे दी, जिन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया.
एनएमसीएच में कोरोना संक्रमित आठ मरीजाें की मौत
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का सिलसिला हर रोज कायम है. शुक्रवार को अस्पताल में छह व गुरुवार की रात को दो मरीज की मौत उपचार के दौरान हुई. गुरुवार को अस्पताल में पटना के छह मई को भर्ती 16 वर्षीय सुजाता कुमारी व सात मई को भर्ती 42 वर्षीय सुनीता देवी की मौत हुई.
आइजीआइएमएस में पांच तो पीएमसीएच में चार की गयी जान
कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित मरीजों की संख्या भले घट गयी है, लेकिन मौत का सिलसिला अभी भी जारी है. रोजाना 25 से 30 मरीज कोरोना से अपनी जान गंवा रहे हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को पीएमसीएच में चार और आइजीआइएमएस में पांच मरीजों की मौत हो गयी.
पीएमसीएच में महिला को नहीं मिला आइसीयू में बेड, हो गयी मौत
पीएमसीएच में भोजपुर की रहने वाली उर्मिला देवी की आखिरकार मौत हो गयी. उर्मिला के बेटे अनूप कुमार ने बताया कि उनकी मां लीवर रोग से पीड़ित थीं. डॉक्टर आइसीयू में भर्ती करने की बात बोले थे, लेकिन बेड नहीं मिलने की वजह से सही इलाज नहीं हो पाया और मौत हो गयी.
Posted by Ashish Jha